लेट लतीफी:चौथी बार भी सिंगल बिड में आए टेंडर में एतराज जता वर्क ऑर्डर जारी करने में ढील बरत रहे निगम अफसरखराब स्ट्रीट लाइटों के ठीक होने की उम्मीद फिर से खत्म होती आ रही नजर, कर्मियों के पास सामान की कमी
शहर की गलियाें व चाैक-चाैराहाें में खराब पड़ी स्ट्रीट लाइटों के ठीक होने की उम्मीद फिर से खत्म हाेती नजर अा रही है। क्योंकि इनकी मरम्मत करने के लिए लगे 46 कर्मचारी पर्याप्त सामान नहीं हाेने से बस छाेटी-माेटी कमियां ही ठीक कर पाते हैं। पार्षदाें का कहना है कि ये कर्मचारी सिर्फ टूटी हुई ताराें काे ही जाेड़कर टाइम पास कर रहे हैं।
नियमित तरीके से लाइटाें की मरम्मत का काम पूरी तरह से बंद पड़ा है। नगर निगम ने स्ट्रीट लाइटाें की मरम्मत में प्रयाेग हाेने वाले सामान का चौथी बार टेंडर निकाला था। इसमें भी यह सिंगल बिड ही अाई थी। मेयर अवनीत काैर ने सिंगल बिड में ही वर्क अाॅर्डर जारी करने के लिए विशेष रूप से निगम अधिकारियाें काे निर्देश दिए थे। मेयर के निर्देश भी निगम अफसराें की लेटलतीफी के कारण अधूरे ही रह गए हैं।
पार्षद बोले- कर्मचारी सिर्फ टूटी हुई ताराें काे ही जाेड़कर टाइम पास कर रहे, कर्मचारी बोले- पर्याप्त सामान की है कमी
ऐसे कैसे रुकवा सकते हैं मरम्मत का काम : मेयर
निगम अधिकारी ऐसे कैसे मरम्मत में प्रयाेग हाेने वाले सामान का टेंडर राेक सकते हैं। मैंने स्पष्ट रूप से इसके लिए अफसराें काे निर्देश भी दिए थे। अंधेरी सड़काें में हादसाें व लूटपाट जैसी घटनाओं का भय रहता है। साेमवार काे इस बारे में संबंधित अफसराें से जवाब मांगा जाएगा।
-अवनीत काैर, मेयर, नगर निगम, पानीपत।
ठीक करने का नहीं सामान
निगम के पास इस समय एलईडी लाइट ठीक करने का सामान नहीं है। कर्मचारी भी छाेटी-माेटी कमियां ही ठीक कर पाते हैं। हाउस मीटिंग काे रद्द करने की अफसर खुलकर पैरवी कर रहे हैं, क्याेंकि इसमें पार्षदाें की नाराजगी झेलनी पड़ेगी। लाइट ठीक करने में भी जुगाड़ ही किए जा रहे हैं।
अंडर अप्रूवल है टेंडर : सीई
स्ट्रीट लाइटों की मरम्मत में प्रयाेग हाेने वाले सामान से संबंधित टेंडर की प्रक्रिया अभी चल रही है। यह रद्द नहीं हुआ, बल्कि अंडर अप्रूवल है। सभी पहलुओं की गहनता से जांच की जा रही है। इसका वर्क ऑर्डर जल्दी ही जारी हाे जाएगा।
-महिपाल सिंह, चीफ इंजीनियर, नगर निगम पानीपत।
कर्मचारी बाेलते हैं 10 में से दो को ही ठीक कर पाएंगे
मैंने प्रमुख रूप से चाैड़ा बाजार में खराब पड़ी 10 लाइट ठीक कराने के लिए 20 से ज्यादा बार शिकायत की। कर्मचारी अाकर बाेलते हैं कि 10 में से 2 ही ठीक कर पाएंगे, क्याेंकि हमारे पास पर्याप्त सामान नहीं है। इस तरह निगम अफसर सरकार काे बदनाम करने का काम कर रहे हैं।
15,059 एलईडी और साेडियम स्ट्रीट लाइटाें में आधी से ज्यादा खराब पड़ी
शहर में कुल 15,059 एलईडी और साेडियम स्ट्रीट लाइट लगी हुई हैं। इनमें शहरी क्षेत्र में 8000 और 9 सेक्टराें में 7059 स्ट्रीट लाइट लगाई गई हैं। माॅडल टाउन समेत अन्य शहरी क्षेत्र के अलावा सेक्टर-6, 11/12, 13/17, सेक्टर-25 पार्ट वन और पार्ट टू, सेक्टर-29 पार्ट वन और टू में आधी से ज्यादा लाइटें खराब पड़ी हैं। कर्मचारी भी सिर्फ टूटी हुई ताराें काे ही जाेड़कर चले जाते हैं। अब खराब लाइटाें के ठीक हाेने की उम्मीद खत्म हाेती नजर अा रही है।