आयोजनों पर किसानों की कड़ी नजर:पूर्व मंत्री कविता जैन को दिखाए काले झंडे, किसानों का जत्था पहुंचने से पहले निकलींसार्वजनिक बड़े आयोजनों में शामिल होने वाले भाजपा व जजपा नेताओं का किसान कर रहे विरोध
जिले में होने वाले सार्वजनिक बड़े आयोजनों में शामिल होने वाले भाजपा व जजपा नेता पर किसानों की कड़ी नजर रहेगी। अगर आयोजनों में बड़े नेता आते हैं तो उसी समय एक व्हाट्सएप मैसेज पर ही सैंकड़ों की संख्या में किसान वहां पहुंच कर उन्हें काले झंडे दिखाते हुए विरोध करेंगे।
यह फैसला रविवार को स्वामी दयाल धाम पर हुई फौगाट खाप की बैठक में लिया गया। यह बैठक उस समय की गई जब शहर के जैन मंदिर में आयोजित धार्मिक आयोजन में पूर्व महिला एवं बाल विकास मंत्री कविता जैन पहुंची और किसानों के विरोध करने से पहले ही गाड़ी लेकर निकल गई।
इस दौरान किसान मौके पर पहुंचे जिन्होंने पूर्व मंत्री की गाड़ी के सामने खड़े होकर काला झंडा दिखाते हुए नारेबाजी की। जैन मंदिर में आयोजित कार्यक्रम में पहुंची पूर्व मंत्री कविता जैन के आने की सूचना जैसे ही किसानों के व्हाट्सएप ग्रुपों पर पहुंची। जैन मंदिर के बाहर किसानों का पहुंचना शुरू हो गया।
इसकी जानकारी किसी तरह कविता जैन को भी लग गई थी। ऐसे में कार्यक्रम खत्म होने से पहले ही वह बाहर निकली और आनन फानन में अपनी गाड़ी में सवार हो गई। यह देखकर वहां मौजूद किसान दौड़े और वह काला झंडा लेकर पूर्व मंत्री की गाड़ी सामने खड़े हो गए। जिन्होंने काला झंडा दिखाते हुए भाजपा मुर्दाबाद के नारे लगाने शुरू कर दिए। जब तक उनकी आवाज सुनकर अन्य किसान वहां पहुंचते चालक गाड़ी को तेज रफ्तार से भगा ले गया।
मात्र दो मिनट बाद ही फौगाट खाप प्रधान बलवंत फौगाट सहित अन्य किसान वहां पहुंच गए। जिन्होंने आयोजन स्थल के नजदीक ही काले झंडे उठाकर तीनों कृषि कानूनों के विरोध में नारेबाजी शुरू कर दी। सूचना मिलने पर सिटी थाना प्रभारी वीरसिंह अपनी टीम के साथ आयोजन स्थल के बाहर पहुंचे। जहां किसानों को नारेबाजी करते हुए देखा। थाना प्रभारी ने तुरंत सभी को आयोजन स्थल से दूर कर दिया।
स्वामी दयाल धाम पर बैठक कर बनाई रणनीति
विरोध करने से पहले ही पूर्व मंत्री कविता जैन के निकल जाने से किसानों में काफी रोष बना हुआ था। ऐसे में आयोजन स्थल से सीधे सभी किसान बाबा स्वामी दयाल धाम पर बैठक करने पहुंचे। जहां पर फौगाट खाप प्रधान बलवंत सिंह फौगाट ने कहा कि आगे से जिले में जो भी बड़ा आयोजन होता है उन पर नजर बनाकर रखी जाएगी। क्योंकि सर्वखाप के बहिष्कार करने के बाद बड़े नेता गुपचुप तरीके से आयोजनों में शामिल हो रहे हैं।
अगर किसी को भी इनके आने की सूचना मिलती है तो वह तुरंत व्हाटसएप ग्रुपों पर पोस्ट डाल दे। यह पोस्ट डलते ही देरी नहीं हाेनी चाहिए और जितनी ज्यादा संख्या हो सके सभी किसानों को मौके पर पहुंचना होगा। जहां भाजपा जजपा नेताओं को काले झंडे दिखाते हुए विरोध किया जाएगा।