सिलिकॉन वैली छोड़ रही कंपनियां:टेस्ला, ओरेकल जैसे टेक दिग्गज टेक्सास पहुंच रहे, यहां बसने से ही 30% खर्च कम हो रहासिलिकॉन वैली से आईटी कंपनियों का मोहभंग हो रहा है। टेक दिग्गज कंपनियां टेस्ला, ओरेकल, हेवलेट पैकर्ड जैसी दर्जनों कंपनियां और उनके एक्जीक्यूटिव टेक्सास में बस रहे हैं। इनमें से कुछ कंपनियों ने बताया कि वे जटिल टैक्स प्रक्रिया और गैरजरूरी नियमों की वजह से कैलिफोर्निया छोड़ रहे हैं। साथ ही, यहां रहना बहुत खर्चीला है।
यहां कॉस्ट ऑफ लिविंग देश के औसत से 50% ज्यादा है। काम में आसानी के मामले में यह राज्य 48वें नंबर है। इसलिए दो साल में 13 हजार कंपनियां कैलिफोर्निया छोड़ चुकी हैं। इस ट्रेंड पर फाइनेंस एनालिस्ट डैन इवेस कहते हैं, यदि पलायन ऐसे ही जारी रहा तो जल्द ही टेक्सास नई सिलिकॉन वैली होगा। वे कहते हैं, टेक्सास में रहना काफी सस्ता है। सिर्फ इससे ही फर्मों के खर्च में 30% की कमी आती है। साथ ही, टेक्सास का सिलिकॉन हिल्स इन कंपनियों को आधे निवेश और खर्च के साथ सिलिकॉन वैली जैसा अनुभव देता है।
अमेजन, एपल, फेसबुक पहले से मौजूद
यहां अमेजन, एपल, सिसको, ईबे, फेसबुक, गूगल, आईबीएम, इंटेल, पे पाल, प्रोकोर, सिलिकॉन लैब्स, डेल जैसी कंपनियां पहले से ही मौजूद हैं। यहीं नहीं, टेक कंपनियों के मालिक भी टेक्सास के ऑस्टिन, ह्यूस्टन और मियामी में बस रहे हैं। दुनिया के दूसरे सबसे अमीर शख्स एलन मस्क ने ऑस्टिन को अपना ठिकाना बनाया है। मियामी सिलिकॉन वैली से पलायन के लिए प्रमुख जगह बनकर उबरा है। शटरस्टॉक के फाउंडर जोनाथन ओरिंगर, कीथ राबाइस और डेविड ब्लूमबर्ग जैसे उद्योगपति मियामी में बस चुके हैं।
मेयर फ्रांसिस सुआरेज कहते हैं कि उनकी इलोन मस्क, ट्विटर के सीईओ जैक डोरसी, गूगल के पूर्व सीईओ एरिक श्मिट जैसी हस्तियों से बातचीत हुई है। सभी मियामी को अपना ठिकाना बनाने के लिए उत्सुक हैं। फिलहाल कैलिफोर्निया की आबादी और नौकरी में वृद्धि दोनों की गति धीमी हो गई है।
कोरोना की वजह से रिमोट इलाके में काम करने की छूट मिलने से करीब 1.35 लाख लोगों ने कैलिफोर्निया छोड़ दिया है। लिंक्डइन डेटा के मुताबिक सिलिकॉन वैली में कर्मचारियों की संख्या में 35% की कमी आई है। कैलिफोर्निया ने बड़ी टेक कंपनियों से प्राप्त बड़े कैपिटल टैक्स गेन और आईपीओ से मिलने वाले टैक्स से 1.8 लाख करोड़ रुपए की कमाई की है।
35 फीसदी भारतीय परिवारों ने छोड़ा कैलिफोर्निया
कैलिफोर्निया में रह रही समीरा कहती हैं कि लंबे समय के लिए कैलिफोर्निया में बसना बहुत कठिन है। उनके मुताबिक 35% भारतीय परिवारों ने बीते साल कैलिफोर्निया छोड़ दिया है।