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प्रशांत किशोर का दावा:पश्चिम बंगाल का चुनाव देश में लोकतंत्र बचाने की लड़ाई, कहा

प्रशांत किशोर का दावा:पश्चिम बंगाल का चुनाव देश में लोकतंत्र बचाने की लड़ाई, कहा- 2 मई को मेरा पिछला ट्वीट निकाल लेनापश्चिम बंगाल चुनाव में ममता बनर्जी के लिए काम कर रहे चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने शनिवार सुबह सोशल मीडिया पर अपनी रणनीति का खुलासा किया। प्रशांत किशोर ने लिखा कि देश में लोकतंत्र बचाने के लिए बंगाल का चुनाव बेहद अहम है।

प्रशांत किशोर ने चुनाव अभियान के लिए TMC के स्लोगन का फोटो भी शेयर किया। इसमें बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की फोटो के साथ एक नारा लिखा है- बंगला निजेर मेय की चे यानी बंगाल को केवल उसकी अपनी बेटी पर भरोसा है।

प्रशांत किशोर ने 21 दिसंबर को किए एक ट्वीट के बारे में भी याद दिलाया। तब उन्होंने दावा किया था कि बंगाल में भाजपा दहाई के आंकड़े से आगे नहीं बढ़ पाएगी। प्रशांत किशोर ने शनिवार को कहा कि 2 मई को नतीजे आने के बाद आप मेरे पिछले ट्वीट पर बात कर सकते हैं।

TMC छोड़ने वाले नेताओं ने प्रशांत पर लगाए थे आरोप
प्रशांत किशोर ने पिछले साल बिहार चुनाव के बीच में ममता बनर्जी के लिए चुनाव अभियान का काम संभाला था। इसके बाद से ममता की पार्टी TMC छोड़ने वाले नेताओं ने बार-बार प्रशांत किशोर के काम करने के तरीके पर सवाल उठाए थे। ज्यादातर ने भाजपा में शामिल होने के बाद कहा कि TMC में प्रशांत किशोर ने पूरी बागडोर संभाल ली है।

ममता बनर्जी और उनके भतीजे अभिषेक बनर्जी पर किशोर का इतना प्रभाव है कि पार्टी में पुराने नेताओं की सुनी नहीं जा रही।हाल में राज्यसभा में TMC छोड़ने का ऐलान करने वाले दिनेश त्रिवेदी ने आरोप लगाया कि प्रशांत किशोर के लोग उनके ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते थे। त्रिवेदी ने कहा- मेरे ट्विटर हैंडल से प्रधानमंत्री और राज्यपाल जैसे संवैधानिक पद पर बैठे लोगों पर आपत्तिजनक टिप्पणी की गई।

चुनाव से जुड़े हर फैसले में प्रशांत किशोर का दखल
बंगाल में इस बार सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस और बीजेपी के बीच कड़ा मुकाबला है। प्रशांत किशोर TMC की जीत के लिए रणनीति तैयार कर रहे हैं। न सिर्फ उम्मीदवारों के चयन, बल्कि कई नेताओं के BJP में शामिल होने के बाद पार्टी में बगावत रोकने की जिम्मेदारी भी उन्हें दी गई है। इस समय ममता बनर्जी के सामने सबसे बड़ी चुनौती पार्टी से दूर जा रहे वोटरों को रोकने की है।

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