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कोर कमेटी का फैसला:मोर्चे की बैठक अब 2 को, आज पंजाब की यूनियन करेंगी मीटिंग,

कोर कमेटी का फैसला:मोर्चे की बैठक अब 2 को, आज पंजाब की यूनियन करेंगी मीटिंग, तीसरे चरण के कार्यक्रमों की सहमति अटकीकिसान आंदोलन स्थल पर मजदूर किसान एकता दिवस मनाया, प्रदेशभर में बॉर्डर कूच के आह्वान का नहीं दिखा असर
26 जनवरी के हिंसा मामले में दिल्ली पुलिस के नोटिसों पर मोर्चे ने ईमेल से दिया संयुक्त जवाब, कहा- हमने कोई नियम नहीं तोड़ा
तीनों कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली की सीमाओं पर आंदोलन कर रहे किसानों ने शनिवार को गुरु रविदास जयंती और शहीद चंद्रशेखर आजाद के शहीदी दिवस पर मजदूर किसान एकता दिवस मनाया। इस दौरान नगर कीर्तन भी निकाला गया। वहीं, सोनीपत-गोहाना रोड पर किसान मजदूर संघर्ष समिति ने 35 किलोमीटर लंबी ट्रैक्टर-ट्राॅली शृंखला बनाई, लेकिन मोर्चे की तरफ से बॉर्डर कूच के आह्वान का असर दिखाई नहीं दिया।

शुक्रवार को कुंडली बॉर्डर पर संयुक्त मोर्चा की कोर कमेटी के 7 सदस्यों ने बैठक की। इसमें आंदोलन के तीसरे चरण को लेकर चर्चा हुई। इसके बाद 28 फरवरी को होने वाली मोर्चे की बैठक को स्थगित कर दिया गया, जो 2 मार्च को होगी। रविवार को अब पंजाब की यूनियनों की बैठक होगी।

सूत्रों के अनुसार मोर्चा तीसरे चरण के कार्यक्रमों पर आम सहमति नहीं बना पा रहा है। मोर्चे के सामने सबसे बड़ा चैलेंज अपने नेताओं को बॉर्डर पर मीटिंग में बुलाना है। किसान नेता अब भी अपने कार्यक्रमों में व्यस्त हैं, जिसके चलते मोर्चे की बड़ी बैठक नहीं हो रही है और आगे के कार्यक्रमों पर फैसला नहीं हो पा रहा है। सूत्रों का कहना है कि मोर्चा वार्ता व समाधान को लेकर भी कुछ प्लान कर रहा है। इसकी चर्चा कोर कमेटी की बैठक में हुई। अगर रविवार को पंजाब की यूनियनें कार्यक्रमों व इस प्लान पर मुहर लगाती हैं तो 2 मार्च को मोर्चे की बड़ी बैठक करके सभी की इन पर सहमति ली जाएगी।

14 और किसानों को मिली जमानत, अब तक 78 आ चुके बाहर, मोर्चे ने मदद के नाम पर पैसा न देने की अपील की

दिल्ली सीपी को ई-मेल से भेजा जवाब : दिल्ली पुलिस की तरफ से अलग-अलग संगठनों के लोगों को 26 जनवरी हिंसा के मामले में नोटिस भेजे हुए हैं। इनके जवाब को लेकर भी कोर कमेटी की बैठक में चर्चा हुई। इसके बाद मोर्चे की तरफ से इन सभी नोटिस का एक संयुक्त जवाब ईमेल के माध्यम से दिल्ली सीपी को भेजा गया है, जिसमें मोर्चे ने कहा है कि नोटिस में जो आरोप लगाए गए हैं वे गलत हैं, हमने कोई नियम नहीं तोड़ा।

दिल्ली पुलिस के अधिकारियों के साथ बैठक में जो नियम तय हुए थे, हमने उनकी पालना की। हम तय रूट पर चले और व्यवस्था के लिए वालिंटियर भी लगाए थे। कुछ अन्य संगठन अलग रूट पर गए और हमें जैसे ही पता चला तो हमने परेड को वहीं रोक दिया। मोर्चे ने अपने जवाब में पुलिस के नोटिस को पूरी तरह गलत बताया है।

नौदीप कौर ने पुलिस पर लगाए मारपीट के आरोप

शुक्रवार रात करनाल जेल से जमानत पर रिहा होने के बाद मजदूर कार्यकर्ता नौदीप कौर शनिवार को कुंडली बॉर्डर पर किसानों के बीच पहुंची। नौदीप ने कहा कि किसान व मजदूर का नाखून-मांस का रिश्ता है। दोनों एक-दूसरे के बिना अधूरे हैं। उन्होंने आरोप लगाए कि पुलिस ने उनके साथ मारपीट की व बिना गलती के गिरफ्तार किया। इधर, दिल्ली हिंसा मामले में 14 और किसानों को जमानत पर रिहा किया गया है। अब तक 78 जमानत पर रिहा हो चुके हैं। वहीं, मोर्चे की लीगल टीम ने शनिवार को कहा कि कानूनी मदद के लिए अगर कोई व्यक्ति पैसे मांगे तो न दें।

फैसला : 100 रु. लीटर से कम में नहीं बेचेंगे दूध, नहीं तो लगेगा 11 हजार रुपए जुर्माना

नारनौंद, किसानों ने शनिवार को फैसला किया कि सतरोल खाप के अंतर्गत जितने गांव आते हैं, उनके किसान सरकार को 100 रुपए किलो दूध देंगे। जैसे-जैसे तेल के दाम बढ़ेंगे, वैसे-वैसे हर दिन दूध के दाम भी बढ़ाते जाएंगे, जो किसान फैसले को नहीं मानेगा, उस पर 11 हजार रुपए जुर्माना लगाया जाएगा।

सतरोल खाप की महापंचायत प्रधान रामनिवास लोहान की अध्यक्षता में हुई। इसमें निर्णय लिया कि जो किसान या पशु पालक अपने पशुओं का दूध सरकार की डेयरी या अन्य उपक्रमों को देता है, वह आज से ही 100 रुपए किलो के हिसाब से दूध बेचे। जो किसान गांव में दूध अन्य लोगों को बेचता है, वह पुराने रेट पर दे सकता है।

लोहान ने बताया कि खाप के लोगों से सलाह-मशविरा कर निर्णय लिया गया है। जब तक सरकार कृषि कानूनों को वापस नहीं लेती, तब तक सरकार को दूध 100 रुपए किलो दिया जाएगा। सर्व जातीय सर्व खाप के प्रदेश प्रवक्ता मास्टर फूल कुमार पेटवाड़ ने बताया कि खाप ने सरकार को 100 रुपया किलो दूध देने का फैसला लिया है। साथ ही भाजपा-नेताओं के गांवों में घुसने पर रोक लगाई है।

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