पानीपत में बाबा रामदेव:कहा- गतिरोध खत्म कर 3 साल के लिए कृषि कानूनों को स्थगित करके किसानों और देश के हित की नीतियों पर विचार करेंपानीपत के समालखा में कारोबारी के बेटा-बेटी की शादी में आए थे योग गुरु
योग गुरु बाबा रामदेव ने कहा कि केंद्र सरकार को तीन साल के लिए कृषि कानूनों को स्थगित कर देना चाहिए। इस दौरान किसान और सरकार साथ बैठकर किसानों और देश के हित की नीतियों पर चर्चा कर कानून बनाना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि वे सरकार के प्रवक्ता नहीं है और न ही वे खुद कॉन्ट्रैक्ट खेती करना चाहते हैं। लेकिन, सुधार की जरूरत हर क्षेत्र में है। बाबा रामदेव शुक्रवार को समालखा में एक कारोबारी के यहां शादी समारोह में पहुंचे थे।
बाबा रामदेव ने कहा कि कृषि कानूनों को रद करने की मांग को लेकर किसान आंदोलन कर रहे हैं। न सरकार मानने को तैयार है और न ही किसान, लेकिन यह गतिरोध खत्म होना चाहिए। हर समस्या में बीच का रास्ता होता है। उन्होंने कहा कि सरकार पहले ही डेढ़ साल तक इन कानूनों को लागू न करने की बात कह चुकी है। उन्होंने कहा कि यदि किसानों को यह समय कम लगता है तो इसे बढ़ाकर तीन साल कर लें। इस दौरान किसान और सरकार साथ बैठकर किसान और देश के हित पर चर्चा करें। जो सही हो उस पर कानून बनाएं। उन्होंने कहा कि कृषि के साथ हर क्षेत्र में सुधार की जरूरत है।
कानून नहीं, आदमी की नीयत होती है काली-सफेद
कृषि कानूनों को काला कहने पर बाबा रामदेव ने कहा कि कानून नहीं काला-सफेद तो आदमी की नीयत पर निर्भर करता है। कहा कि वह सरकार के प्रवक्ता नहीं हैं और न ही उन्हें कॉन्ट्रैक्ट पर खेती करनी है।
सन्यास से बड़ा है गृहस्थ जीवन
योग गुरु ने कहा कि सन्यास को बड़ा माना जाता है, लेकिन शास्त्रों में गृहस्थ जीवन को बड़ा बताया गया है। बशर्ते उसे प्रामाणिकता से जीआ जाए। कहा कि सबसे ऊपर संबंध होते हैं, उसके बाद संपत्ति, सत्ता और दुनिया के बाकी सम्मान आते हैं।