15 दिन पहले लौट गई सर्दी:लॉकडाउन में हवा साफ होने से 15 दिन एडवांस आई ठंड, अब एंटी साइक्लोन बनने से फरवरी 15 साल में सबसे गर्मइस बार सर्दी के मौसम में ज्यादा बदलाव देखने को मिले। सर्दी समय से 15 दिन पहले आई और 15 दिन पहले ही विदा ले गई। नवंबर में ठंड ने दस्तक दे दी थी। प्रदेश में अमूमन ठंड 15 दिसंबर के आसपास दस्तक देती है, लेकिन लॉकडाउन में हवा साफ होने से इस बार दिसंबर के शुरुआत में ही कड़ाके की ठंड शुरू हो गई थी।
वहीं, अमूमन मार्च में दस्तक देने वाली गर्मी भी फरवरी में ही शुरू हो गई है। फरवरी की गर्मी ने 15 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। दिन का तापमान 34 डिग्री से ऊपर तक जा चुका है। जबकि, शुक्रवार को रात का तापमान भी 15 डिग्री तक पहुंच गया। मौसम विभाग के चंडीगढ़ सेंटर के निदेशक डॉ. सुरेंद्र पाल के अनुसार, राजस्थान में एंटी साइक्लोन बनने और हवा में बार-बार बदलाव के कारण तापमान बढ़ रहा है। सर्दी का दौर अब लगभग समाप्त हो चुका है।
दिवाली के तुरंत बाद बारिश हुई
लाॅकडाउन के कारण प्रदूषण का स्तर कम था। एयर क्वालिटी अच्छी रहने से सर्दी 15 दिन पहले शुरू हो गई।
दिवाली के तुरंत बाद बारिश होने से प्रदूषण धुल गया था। तभी से ठंड होने लगी थ। इस बार ठंड के कई नए रिकॉर्ड बने, पर लंबे स्पैल नहीं चले।
17 की जगह 11 पश्चिमी विक्षोभ आए
दिसंबर, जनवरी, फरवरी में 11 बार पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हुए। सामान्यत: 17 आते रहे हैं।
राजस्थान में एंटी साइक्लोन बनने से हवा शुष्क है। इसकी दिशा बार-बार बदल रही है।
राज्य में 1 जनवरी से 26 फरवरी तक 25.9 मिलीमीटर बारिश हुई। इस अवधि में सामान्य बारिश 29.3 मिलीमीटर मानी जाती है।
असर: फसल अच्छी, पर अब दाना पिचकने का डर
प्रदेश में करीब इस बार रबी की प्रमुख फसल गेहूं 25.20 लाख हेक्टेयर और सरसों 6.10 लाख हेक्टेयर में हैं। सर्दी जल्दी आने से फसल अच्छी तैयार हुई है। लेकिन, अब अचानक गर्मी बढ़ने से दाना पिचकने का डर है। हालांकि, गेहूं निदेशालय करनाल के निदेशक डॉ. जीपी सिंह के अनुसार, दिन का पारा अधिक है, पर रात का पारा 17 डिग्री से कम ही है, इसलिए खतरा नहीं है।
आगे क्या?… शुक्रवार देर रात कई जिलों में बूंदाबांदी हुई। तीन दिन में तापमान में 2 से 4 डिग्री तक की कमी आ सकती है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, मार्च में भी 1 या 2 पश्चिमी विक्षोभ असर दिखा सकते हैं।