वैक्सीन से दूरी ठीक नहीं:26 तक 3075 हेल्थवर्कर्स काे लगनी थी दूसरी डाेज, लेकिन 58.53% आए ही नहींकोराेना बढ़ रहा, फिर भी वैक्सीन लेने नहीं पहुंच रहे हेल्थ व फ्रंटलाइन वर्कर्स
शुक्रवार काे काेराेना के 5 नए केस मिले, फरवरी माह में जून 2020 जितने 138 मरीज मिले
जिले में शुक्रवार काे काेराेना के 5 नए मरीज मिले। अब सक्रिय मरीज 63 हो गए हैं। जून के बाद फरवरी लगातार 8वां महीना है, जिसमें कोरोना मरीज 138 से ज्यादा लोगों संक्रमित हुए। इसके बावजूद सभी हेल्थवर्कर्स व फ्रंटलाइन वर्कर्स वैक्सीन लगवाने नहीं पहुंच रहे हैं।
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, 12095 में से 6762 (45.10%) लोगों ने पहली डोज भी नहीं लगवाई है। वहीं, पहली डोज लगवा चुके हेल्थवर्कर्स में से 3075 को 26 फरवरी तक दूसरी डाेज लगनी थी। लेकिन इनमें से महज 1274 ने ही दूसरी डोज ली। यानी, 58.53% वर्कर्स को दूसरा टीका लगना बाकी है।
जिले में पहला टीका लगवाने वाली महिला सफाईकर्मी और सीएमओ डॉ. संतलाल वर्मा को भी दूसरा टीका नहीं लगा है। महिला का कहना है कि पथरी की वजह से टीका नहीं लगवाया, जबकि सीएमओ ने खुद का स्वास्थ्य खराब होने का कारण बताया। वर्मा ने कहा कि दूसरे चरण के टीकाकरण करने लिए शनिवार काे प्लानिंग करेंगे।
दाे दिन बंद रहेगा वैक्सीनेशन
दो दिन यानी 27 व 28 फरवरी को वैक्सीनेशन पर रोक लगा दी है। इन दो दिनों में काेविन एप को आम लोगों के लिए अपडेट किया जाएगा। सरकारी अस्पतालों में टीका मुफ्त लगेगा। निजी अस्पतालों में पैसे देने होंगे। सरकार राशि तय करेगी। इस पर जल्द निर्णय लिया जा सकता है।
60 साल से ऊपर सभी लोगों व गंभीर बीमारियों से पीड़ित 45 साल से ऊपर के लोगों काे तीसरे चरण में 1 मार्च से टीके लगने शुरू होंगे। कोविन एप पर खुद भी रजिस्ट्रेशन करा सकेंगे। केंद्र पर भी रजिस्ट्रेशन हो सकेगा। पानीपत जिले में प्रेम अस्पताल, पार्क अस्पताल, रविंद्रा अस्पताल, सिग्नेस महाराजा अस्पताल सहित करीब 15 अस्पतालाें में दूसरे फेज में टीका लगाने की अनुमति मिल सकती है।
आज कोरोना के सैंपल 1 लाख हो जाएंगे
जिले में शुक्रवार को काेरोना के 599 सैंपल लिए हैं। कुल पॉजिटिव 10 हजार 875 केस हाे चुके हैं। अभी तक 155 लाेगाें की माैत काेराेना से हाे चुकी है। सिविल अस्पताल की काेराेना जांच लैब में 99987 सैंपल लगाए हैं। इसमें 2144 केस पाॅजिटिव मिले हैं। 857 की रिपाेर्ट पेंडिंग हैं। बाकी सब निगेटिव मिले हैं। शनिवार काे लैब में 13 सैंपल लगने के बाद 1 लाख सैंपलाें का आंकड़ा पूरा हाे जाएगा।