विधायक के घर छापा:परिवार की 10 कंपनियों, प्लॉटिंग, बेनामी संपत्ति को लेकर पूछताछविधायक कुंडू के परिसरों में आयकर छापे 41 घंटे बाद भी जारी
बैंक पहुंची टीम को लॉकरों में नकदी और जेवरात भी मिले: सूत्र
महम से निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू के परिसरों में आयकर विभाग की जांच दूसरे दिन शुक्रवार काे भी जारी रही। सूत्रों के अनुसार, आयकर विभाग के निशाने पर रोहतक शहर में की गई प्लाॅटिंग का मामला है। इसमें कुंडू व कुछ साझीदार प्राॅपर्टी डीलरों के नाम सामने आए हैं।
बताया जा रहा है कि सेक्टर-14 की कोठी से कई ऐसी बेनामी जमीनों के दस्तावेज मिले हैं, जिनका आयकर के तहत दर्शाई गई संपत्ति में जिक्र नहीं है। पॉश इलाकों में खरीदी जमीन के दस्तावेजों की भी जांच हो रही है। जमीन बेचने वालों से भी पूछताछ हो रही है। हालांकि, आयकर विभाग के अधिकारियों ने बोलने से इनकार कर दिया है। उधर, गुड़गांव में तीन परिसरों में कार्रवाई जारी है। सूत्रों का कहना है कि सेक्टर-28 में जनप्रतिनिधि अपार्टमेंट में कुंडू फ्लैट पर मौजूद हैं।
कुंडू से जमीन की खरीद-फरोख्त को लेकर पूछताछ की जा रही है। बताया जा रहा है कि विभाग की एक टीम बैंक भी गई। लॉकरों से नकदी व जेवरात मिले हैं। तिजोरियों में मिली संपत्तियों का रिकॉर्ड मांगा है। बता दें कि आयकर विभाग की टीम ने गुरुवार सुबह 6:30 बजे कार्रवाई शुरू की थी। कुंडू राज्य के सबसे अमीर विधायक हैं। 2019 के चुनाव में दिए शपथपत्र में सालाना इनकम करीब 141 करोड़ रु. बताई थी। राज्य सरकार के खिलाफ मुखर कुंडू किसान आंदोलन में भी सक्रिय हैं।
सूत्रों का कहना है कि आयकर विभाग की टीम ने किसान आंदोलन में दिए गए डोनेशन का भी रिकॉर्ड कुंडू से मांगा है। यह भी पड़ताल की जा रही है कि यह डोनेशन किस मद से दिया गया है और यह आयकर के दायरे में आता है या नहीं।
2 माह पहले रोहतक में खरीदी साइट
सूत्रों ने बताया कि दो माह पहले रोहतक के मॉडल टाउन में नई साइट खरीदने पर कुछ प्राॅपर्टी डीलर व विधायक कुंडू का नाम सामने आया है। इसकी कीमत करीब 52 करोड़ तक बताई गई है। पूर्व सैन्य अधिकारी व उनकी पत्नी से 2200 गज जमीन को कलेक्टर रेट से ज्यादा दामों में खरीदे जाने की बात सामने आई है। फिलहाल, टीम की ओर से मॉडल टाउन के मकान नंबर 502/28 में दस्तावेज जांचे जा रहे हैं। इस साइट पर कॉमर्शियल कॉम्प्लेक्स बनाने की तैयारी थी। यहां पहले से भी कुछ क्षेत्र में दुकानें बनी हुई हैं। इन्हें किराए पर दिया हुआ है।
परिवार की 10 कंपनियों की जांच
सूत्रों की मानें तो मामला कुंडू की सिर्फ एक कंपनी से नहीं, बल्कि परिवार की ओर से बनाई 10 कंपनियों से भी जुड़ा है। ये सभी करीब 20 साल के दौरान बनाई गईं। इनमें सड़कें, रनवे, फ्लाईओवर, होटल, रिजॉर्ट और रियल एस्टेट के अलावा डिस्टलरी के नाम से बनी कंपनियां भी बताई जाती हैं।
कुछ में स्वयं कुंडू, तो किसी में बेटा, पत्नी, ससुराल वाले और भाई किसी न किसी पदनाम से शामिल हैं। इन कंपनियों की कैपिटल गेन इनकम करोड़ों में दर्शाई गई है। 7 कंपनियों में कुंडू सीधे व नॉमिनी डायरेक्टर के तौर पर जुड़े हैं। इनके अायकर रिटर्न व लगाई संपत्ति के स्रोत का पता लगाया जा रहा है।