कुंडली बॉर्डर पर गर्मी से बचने की तैयारियां शुरू:4 लाख की ट्रॉली पर डेढ़ लाख खर्च कर दिया होटल के कमरे सा लुककुंडली बॉर्डर पर गर्मी से बचने को किसान नए-नए प्रयोग कर रहे हैं। इस बार किसानों ने अपनी ट्रॉली को ही होटल के कमरे का लुक देना शुरू कर दिया है। कपूरथला के किसान जितेंद्र सिंह खैरा ने अपनी 4 लाख रुपए की 42 फीट लम्बी ट्रॉली पर डेढ़ लाख खर्च कर एक कमरे के रूप में सजाया है।
खैरा बताते है कि ट्रॉली को चारों तरफ से लोहे की चद्दर से कवर किया गया है। शीशे का मेन दरवाजा लगाया है। ट्रॉली के अंदर एसी, टीवी, एलईडी व अग्नि शमन यंत्र लगाए गए हैं। उन्होंने बताया कि पंजाब से इस प्रकार की करीब 10 ट्रॉलियां आ रही हैं। मौसम बदलने पर ट्रॉलियों में लगे तिरपाल हटाकर सड़क किनारे टेंट लगाने शुरू कर दिए हैं।
फगवाड़ा के किसानों ने पराली की झोपड़ी बनाई है। इसके अलावा लुधियाना, तरनतारन के किसानों के टेंटों में एसी, कूलर व पंखे लग गए हैं। हरियाणा की खाप पंचायतों के टेंटों में भी कूलर व पंखे आ गए हैं। गुरदासपुर के किसान राज मान ने कहा कि किसान जब पंजाब से दिल्ली के लिए चलने से पहले मौसम के हिसाब से तैयारी कर रहे हैं।
बहादुरगढ़, टिकरी बाॅर्डर पर गुरुवार को अधिकतम तापमान 33 तक पहुंचने के साथ धूप की तपन में किसानों ने मेट्रो लाइन का सहारा लिया। सुबह दस बजे किसान पंडाल में पहुंचने शुरू हुए तो पंडाल में मेट्रो लाइन की छाया में किसानों की लंबे लाइन लग गई व धूप के क्षेत्र को खाली रखा गया। दोपहर को जैसे-जैसे छाया ने अपने स्थान बदला आंदोलनकारियों की लाइनें भी वैसे-वैसे ही स्थान बदलती गई। रात को गर्मी होने के कारण किसानों को ट्रालियों में अब नींद नहीं आती। वे रात भर जागते हैं व सुबह तड़के नींद को पूरा कर रहे हैं।