ईगल हंटर:मंगोलिया का कजाख समुदाय, जो बाजों के जरिए शिकार करता है; रिश्ता ऐसा कि बाज को कुछ होने पर लोग भी दुखी हो जाते हैंआमतौर पर शिकारी शिकार करने के लिए हथियारों का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन मंगोलिया का कजाख समुदाय छोटे जानवरों के शिकार के लिए बाजों का इस्तेमाल करता है। इस समुदाय में ‘ईगल हंटर’ इतना लोकप्रिय है कि बोलीविया और कीर्गिस्तान में हंटिंग फेस्टिवल ‘सलबरुन भी होता है, जो गुरुवार से शुरू हुआ है।
मंगोलिया के 26 वर्षीय शिकारी सेरिक गिंग्सबेक ने कहा कि कजाख समुदाय का बाजों के साथ खास रिश्ता है। बाज बाकी दुनिया के लिए सिर्फ एक पक्षी है। लेकिन वह हमारे लिए बेहतरीन दोस्त और भाई होते हैं। समुदाय के वरिष्ठ सदस्य अल्कुंश कहते हैं- हमारे लिए बाजों को ट्रेनिंग देना सबसे प्यारा काम है। इसे बढ़ाने के लिए हर परिवार अपने बच्चों को बचपन से ही बाजों के साथ ट्रेनिंग देने लगते हैं। क्योंकि बाजों के जरिए हम शिकार कर जीवनयापन करते हैं। यह हर कजाख के लिए शान की बात होती है।’हंटिंग देखने के लिए पैसे देते हैं पर्यटक
बाज से अपने रिश्ते को बताते हुए सेरिक ने कहा- ‘अगर बाज दुखी होता है तो मुझे भी बुरा लगता है। अगर खुश होता है तो मैं भी खुश होता हूं। हालांकि, नई पीढ़ी में कजाख परिवारों के सामने रोजगार का संकट गहरा गया है। बाहर से आने वाले लोग जो इस पुराने काम को देखने के पैसे देते हैं, बस वही एक आय का जरिया बच गया है।’