बिना रिजर्वेशन कर सकेंगे ट्रेन का सफर:कल से चलने वाली 35 जोड़ी ट्रेनों में सहारनपुर-ऊना का मिला ठहरावअम्बाला से सहारनपुर के बीच यमुनानगर, वर्कशॉप, मुस्तफाबाद, बराड़ा स्टेशन पर रुकेगी ट्रेन
मार्च-2020 में लगे लॉकडाउन के बाद से अभी तक चलीं ट्रेनों में बिना रिजर्वेशन सफर संभव नहीं था, पर 22 फरवरी (कल) से ट्रेनों में बिना रिजर्वेशन सफर हो सकेगा। रेलवे ने ऐसी 35 जोड़ी ट्रेनें चलाई जा रही हैं, जिनमें सहारनपुर-ऊना हिमाचल ट्रेन का यमुनानगर के तीन स्टेशनों पर ठहराव है। ट्रेन अप-डाउन में सहारनपुर, यमुनानगर-जगाधरी, जगाधरी वर्कशॉप, मुस्तफाबाद सहित अंबाला के बराड़ा व कैंट रुककर चलेगी।
इससे अंबाला सहारनपुर के बीच सफर करने वाले दैनिक व अन्य यात्रियों को राहत होगी, जो 11 माह से बसों व निजी वाहनों से आने-जाने पर मजबूर हैं। बिना रिजर्वेशन वाली ट्रेनों में दैनिक व अन्य यात्री स्टेशन से टिकट लेकर सफर कर पाएंगे। जबकि कोरोना के चलते लगे लॉकडाउन के बाद से अभी तक चलीं ट्रेनों में रिजर्वेशन पर ही सफर संभव था।
जिले के यमुनानगर के तीन स्टेशनों पर मिले ऊना-हिमाचल ट्रेन के ठहराव से यहां के दैनिक सहित अन्य यात्रियों को लाभ होगा। क्योंकि बस व निजी वाहनों से अधिक खर्च होता है। जिनकी तुलना में ट्रेन सस्ता साधन है। किंतु बिना रिजर्वेशन चलाई जा रही ट्रेनों को मेल एक्सप्रेस बनाकर चलाए जाने से इनमें मेल एक्सप्रेस जितना किराया लिए जाने के संकेत हैं। जिसमें एमएसटी सहित अन्य रियायत न होने की आशंका से यात्री परेशान हैं। ऐसा होने पर बिना रिजर्वेशन चली ट्रेनों में सफर के लिए यात्रियों को अधिक जेब ढीली करनी पड़ सकती है।
एमएसटी व अन्य रियायतें लागू हों| दैनिक रेल यात्री संघ के प्रधान हरप्रीत सिंह ने कहा कि यमुनानगर से अंबाला व सहारनपुर करीब पांच हजार यात्री हैं। रेलवे ने बिना रिजर्वेशन ट्रेनें चलाई हैं, जिससे राहत तो होगी ही, लेकिन मेल व एक्सप्रेस का किराया न लेकर इनमें एमएसटी व अन्य रियायतें दी जानी चाहिएं, तभी यात्रियों की परेशानी दूर होगी।
अंबाला व सहारनपुर से ये ट्रेनें
ऊना-हिमाचल के अलावा अंबाला से लुधियाना और बठिंडा से फिरोजपुर के लिए भी अनारक्षित ट्रेन चलेगी। साथ ही सहारनपुर से दिल्ली और मुरादाबाद के बीच भी ट्रेन है। सभी ट्रेनों की समय सारणी अभी जारी होनी है, किंतु इन गाड़ियाें को सभी पुराने स्टॉपेज पर रोके जाने के बावजूद मेल-एक्सप्रेस बनाकर चलाए जाने से एमएसटी व रियायतें ना दिए जाने के संकेत हैं। साथ ही किराया भी मेल-एक्सप्रेस जितना लेने के आसार हैं।