कश्मीर पर यूरोपियन यूनियन का नजरिया:24 देशों के डिप्लोमैट्स के दौरे के बाद EU ने कहा- कश्मीर में जल्द से जल्द विधानसभा चुनाव होंयूरोपीयन यूनियन (EU) की ओर से 24 देशों के डिप्लोमैट्स ने जम्मू-कश्मीर में जल्द विधानसभा चुनाव करवाने की मांग की है। प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में और अधिक राजनीतिक और आर्थिक कदम उठाने की जरूरत है, ताकि सामान्य स्थिति बहाल हो सके।
यूरोपीयन यूनियन के प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि राज्य में जिला विकास परिषदों (DDC) के चुनाव करवाए गए हैं। साथ ही 4 जी इंटरनेट सेवाओं को भी फिर से शुरू करवाया गया। भारत सरकार ने राजनीतिक और आर्थिक क्षेत्र में अच्छे प्रयास किए हैं। इसे और आगे ले जाने की जरूरत है। हालांकि, इससे पहले लॉकडाउन, इंटरनेट बैन और नेताओं की नजरबंदी की यूरोपीय संघ और अन्य देशों ने आलोचना की थी।
दौरे को लेकर विदेश मंत्रालय ने कहा, प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार और गुरुवार को श्रीनगर, बडगाम और जम्मू का दौरा किया था। इस दौरान उन्होंने सेना के अधिकारियों, LG मनोज सिन्हा और प्रमुख राजनीतिक एवं सामाजिक संगठनों से मुलाकात की। प्रतिनिधियों ने सरकार के द्वारा कराए गए काम की सराहना करते हुए इसे और बेहतर करने की बात कही।
PM मोदी ने कहा था, जल्द चुनाव होंगे
केंद्र सरकार ने कहा है कि परिसीमन प्रक्रिया पूरी होने के बाद जम्मू और कश्मीर में चुनाव होंगे। पिछले साल स्वतंत्रता दिवस पर प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था, ‘जैसे ही परिसीमन प्रक्रिया समाप्त हो जाएगी, भविष्य में चुनाव होंगे ताकि केंद्र शासित प्रदेश की अपनी सरकार हो, जो नए जोश के साथ विकास कार्य कर सके।’
इन देशों के डिप्लोमैट्स ने किया कश्मीर दौरा
जम्मू-कश्मीर गए प्रतिनिधिमंडल में चिली, ब्राजील, क्यूबा, बोलिविया, एस्टोनिया, फिनलैंड, फ्रांस, आयरलैंड, नीदरलैंड्स, पुर्तगाल, यूरोपीय यूनियन, बेल्जियम, स्पेन, स्वीडन, इटली, बांग्लादेश, मलावी, इरिट्रिया, आईवरी कोस्ट, घाना, सेनेगल, मलेशिया, ताजिकिस्तान, किर्गिस्तान के डिप्लोमैट्स शामिल हैं।
370 हटाने के बाद से चौथा डेलिगेशन कश्मीर गया
5 अगस्त 2019 को आर्टिकल-370 खत्म किए जाने के बाद से विदेशी डेलिगेशन का जम्मू-कश्मीर में यह चौथा दौरा है। इससे पहले अक्टूबर 2019, जनवरी और फरवरी 2020 में भी डेलिगेशन ने जम्मू-कश्मीर विजिट की था।