US सेना में चैपलेन बनीं:पद संभालने के बाद बोलीं- कह सकती हूं कि सेना भी सेवा का क्षेत्र हो सकती है
February 19, 2021
मलाला को कत्ल की धमकी:तालिबान प्रवक्ता ने कहा- इस बार गलती नहीं होगी
February 19, 2021

मंगल पर सबसे खतरनाक मिशन:नासा का पर्सीवरेंस रोवर मार्स के जजीरो क्रेटर पर उतरा,

मंगल पर सबसे खतरनाक मिशन:नासा का पर्सीवरेंस रोवर मार्स के जजीरो क्रेटर पर उतरा, यहां कभी पानी भरा रहता थाअमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा का पर्सीवरेंस मार्स रोवर (Perseverance Rover) गुरुवार को मंगल (Mars) पर जीवन की तलाश के लिए उतरा। इसने देर रात दो से तीन बजे के बीच मार्स की सबसे खतरनाक सतह जजीरो क्रेटर पर लैंडिंग किया। इस सतह पर कभी पानी हुआ करता था। नासा ने दावा किया है कि यह अब तक के इतिहास में रोवर की मार्स पर सबसे सटीक लैंडिंग है। पर्सीवरेंस रोवर लाल ग्रह से चट्‌टानों के नमूने भी लेकर आएगा।

पानी की खोज और जीवन की पड़ताल करेगा
पर्सीवरेंस मार्स रोवर और इंजीन्यूटी हेलिकॉप्टर मंगल ग्रह पर कार्बन डाई-ऑक्साइड से ऑक्सीजन बनाने का काम करेंगे। यह जमीन के नीचे जीवन संकेतों के अलावा पानी की खोज और उनसे संबंधित जांच भी करेगा। इसका मार्स एनवायर्नमेंटल डायनामिक्स ऐनालाइजर (MEDA) मंगल ग्रह के मौसम और जलवायु का अध्ययन करेगा।मिशन पर चौथी पीढ़ी का पांचवां रोवर
इससे पहले भी नासा के चार रोवर मंगल की सतह पर उतर चुके हैं। पर्सीवरेंस नासा का चौथी पीढ़ी का रोवर है। इससे पहले पाथफाइंडर अभियान के लिए सोजोनर को साल 1997 में भेजा गया था। इसके बाद 2004 में स्पिरिट और अपॉर्च्युनिटी को भेजा गया। वहीं 2012 में क्यूरिऑसिटी ने मंगल पर डेरा डाला था।ऐसा है पर्सीवरेंस मार्स रोवर
नासा के मार्स मिशन का नाम पर्सीवरेंस मार्स रोवर और इंजीन्यूटी हेलिकॉप्टर है। पर्सीवरेंस रोवर 1000 किलोग्राम वजनी है। यह परमाणु ऊर्जा से चलेगा। पहली बार किसी रोवर में प्लूटोनियम को ईंधन के तौर पर उपयोग किया जा रहा है। यह रोवर मंगल ग्रह पर 10 साल तक काम करेगा। इसमें 7 फीट का रोबोटिक आर्म, 23 कैमरे और एक ड्रिल मशीन है। वहीं, हेलिकॉप्टर का वजन 2 किलोग्राम है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Updates COVID-19 CASES