इंडियन आइडल 12:7 साल पहले इकलौता बेटा छोड़ गया, ‘इक प्यार का नगमा है’ लिखने वाले संतोष आनंद की नेहा कक्कड़ ने की मददगुजरे जमाने के मशहूर गीतकार 81 साल के संतोष आनंद के पास कोई काम नहीं। बेटे संकल्प ने 2014 में सुसाइड कर लिया था। वे खुद अब शारीरिक रूप से लाचार हैं। व्हीलचेयर पर इंडियन आइडल 12 के सेट पर पहुंचे संतोष की कहानी सुनकर शो की जज नेहा कक्कड़ भावुक हो गईं। इसके बाद उन्होंने संतोष की फाइनेंशियल हैल्प करते हुए 5 लाख रुपए देने की घोषणा की।
सेट पर सुनाया मौजूदा संघर्ष कैसा है
संतोष आनंद इस हफ्ते संगीतकार प्यारेलाल के साथ नजर आने वाले हैं। जब वे सेट पर पहुंचे तो उन्होंने उम्र के इस पड़ाव पर अपने संघर्ष को साझा किया। संतोष ने बताया कि उन्हें बिल तक चुकाने में कठिनाई हो रही है। इसके बाद नेहा ने उनसे कहा कि वे किसी भी तरह उनकी मदद करना चाहती हैं क्योंकि वे इंडियन म्यूजिक इंडस्ट्री का बेहद अहम हिस्सा हैं। इतना ही नहीं नेहा ने इंडस्ट्री से उन्हें काम उन्हें काम देने की अपील भी की।
नेहा के अलावा विशाल ददलानी ने भी संतोष आनंद से उनके लिखे गीत मांगे और कहा कि वे उन्हें रिलीज करेंगे।
मन्नतों से हुआ था एक बेटा, वह भी छोड़ गया
शादी के दस साल बाद संतोष को एक बेटा हुआ जिसका नाम उन्होंने संकल्प रखा। संकल्प, गृह मंत्रालय में IAS अधिकारियों को सोशियोलॉजी और क्रिमिनोलाॅजी पढ़ाते थे। वे काफी समय से मानसिक रूप से परेशान थे। आत्महत्या से पहले 10 पेज का सुसाइड नोट भी लिखा था, जिसमें होम डिपार्टमेंट के कई सीनियर अधिकारी और डीआईजी 0 का नाम शामिल था। संकल्प ने आरोप लगाया था कि करोड़ों के फंड में गड़बड़ी के चलते इन अधिकारियों ने उन्हें सुसाइड के लिए मजबूर किया।
15 अक्टूबर 2014 को पत्नी के साथ दिल्ली से मथुरा पहुंचने के बाद दोनों ने कोसीकलां कस्बे के पास रेलवे ट्रैक पर पहुंचकर ट्रेन के सामने कूदकर जान दे दी थी। इस हादसे में उनकी बेटी की किसी तरह बच गई थी।
ये हैं संतोष के लिख मशहूर गीत
मुहब्बत है क्या चीज
इक प्यार का नगमा है
जिंदगी की ना टूटे लड़ी प्यर कर ले घड़ी दो घड़ी
मारा ठुमका बदल गई चाल मितवा
मेघा रे मेघा रे मत जा तू परदेश
मैं न भूलूंगा,इन रस्मों को इन कसमों
ओ रब्बा कोई तो बताए
आप चाहें तो हमको
जिनका घर हो अयोध्या जैसा