अमेरिका में बर्फीला तूफान:पावर सप्लाई बंद होने से टेक्सास में 25 लाख लोग प्रभावित; 21 की मौत, वैक्सीनेशन सेंटर भी बंद करने पड़ेइन दिनों अमेरिका ऐतिहासिक बर्फीले तूफान की मार झेल रहा है। इसकी वजह से लाखों लोग घर में बंद हैं। कोरोना की वैक्सीन लगने वाले सेंटर बंद करने पड़े हैं। पुलिस और लोकल मीडिया के मुताबिक टेक्सास, लुइसियाना, केंटकी और मिसौरी में कम से कम 21 लोगों की मौत हुई है।तूफान के कारण पावर जनरेशन कैपेसिटी पर बुरा असर पड़ा है। इससे नॉर्थ डकोटा से लेकर ओक्लाहोमा तक 14 राज्यों में बिजली की परेशानी हो गई है। यहां एनर्जी इमरजेंसी लागू करनी पड़ी। सबसे बुरा हाल टेक्सास का है। वहां करीब 25 लाख लोग भयानक सर्दी में बिना बिजली के रह रहे हैं।
वेदर सर्विस के मुताबिक, इस वीकेंड तक हालात सुधरने की उम्मीद भी नहीं है। टेक्सास में 10 लाख बैरल तेल और 10 अरब घन फीट गैस का प्रोडक्शन पाइपलाइन जम जाने के कारण बंद कर दिया गया है।अमेरिका की फेडरल एनर्जी रेगुलेटरी अथॉरिटी का कहना है कि हालात बेहद मुश्किल भरे हैं। इस बीच व्हाइट हाउस ने बयान जारी कर बताया कि राष्ट्रपति जो बाइडेन ने तूफान से प्रभावित राज्यों को भरोसा दिया है कि सरकार मुश्किल वक्त में उनकी मदद के लिए तैयार है।
एनर्जी इमरजेंसी का ऐलान
न्यूज एजेंसी शिन्हुआ ने poweroutage.us के हवाले से बताया कि ह्यूस्टन एरिया में ब्लैकआउट की रिपोर्ट मिली। इलेक्ट्रिक रिलायबिलिटी काउंसिल ऑफ टेक्सास ने डिमांड के बराबर बिजली सप्लाई करने से हाथ खड़े कर दिए हैं। उसने एनर्जी इमरजेंसी का अलर्ट 3 जारी किया है। उधर, मैक्सिको में भी 47 लाख लोग ग्रिड बैठ जाने से 14 घंटे तक अंधेरे में रहे।
काउंसिल के अधिकारियों का कहना है कि ब्लैकआउट्स की स्थिति आगे भी रह सकती है। नेशनल वेदर सर्विस ने टेक्सास के साउथ ईस्ट एरिया में विंटर स्टॉर्म वॉर्निंग दी है। सोमवार सुबह यहां टेम्परेचर माइनस में चला गया था। विंटर स्टॉर्म वॉर्निंग का मतलब बर्फ का जमाव है जो अगले 24 घंटों में आवाजाही में दिक्कत कर सकता है।
एजेंसी ने कहा कि इसके ऊपर, साउथ वेस्ट टेक्सास में सोमवार रात को विंड चिल वार्निंग लागू की गई। इस एरिया के लिए पहली बार यह चेतावनी जारी की गई थी। विंड चिल वार्निंग का मतलब बहुत ठंडी और तेज हवा से है। सावधानी न बरतने पर इससे हाइपोथर्मिया या मौत तक हो सकती है।
ये हालात आर्कटिक ब्लास्ट की वजह से बने हैं। आर्कटिक की हवा साउथ की ओर बढ़ रही है। इसकी वजह से फरवरी महीना पिछले 122 साल में सबसे ठंडा है। बुधवार को एक और बर्फीला तूफान आने की आशंका है।