वृंदावन में होली उत्सव शुरू:बांके बिहारी में बसंत पंचमी पर जमकर उड़ा गुलाल, पिछली बार से दोगुना सैलाबपंचमी पर होली का डांडा लगाने के साथ ही 40 दिनी उत्सव का आगाज
बसंत पंचमी पर मंगलवार को डांडा लगाने के साथ ही वृंदावन में 40 दिनी होली उत्सव शुरू हो गया। बांके बिहारी मंदिर में जमकर गुलाल उड़ा। कोरोना के बाद वृंदावन का यह पहला उत्सव है, जब श्रद्धालुओं की संख्या पिछली बसंत पंचमी से अधिक है। पिछले साल होली के पहले देश में कोरोना आ चुका था। तब भी ब्रज में होली सामान्य रूप से मनाई गई थी।
पिछले साल होली के दौरान ब्रज में 10 लाख से अधिक श्रद्धालु आए थे, वहीं बसंत पंचमी के दिन वृंदावन में 30-40 हजार श्रद्धालु थे। इस बार यह आंकड़ा 80 हजार से एक लाख तक पहुंच गया है। एक बार फिर समूचे ब्रज क्षेत्र (मथुरा से गोकुल, नंदगांव से बरसाना और गोवर्धन तक) में उल्लास है। इसकी दो वजहें हैं। पहली, मंगलवार से ही वृंदावन में हरिद्वार कुंभ पूर्व वैष्णव बैठक यानी लघु कुंभ शुरू हो गया है।
दूसरी, वृंदावन में नया साल शुरू होने के बाद कोरोना के मामले न के बराबर आए हैं। मथुरा के जिला चिकित्सा अधिकारी के मुताबिक, बीते पांच दिन में जिले में कोरोना का एक भी पॉजिटिव केस नहीं आया है। कुंभ क्षेत्र में कोरोना जांच के लिए सेंटर बनाया गया है। वृंदावन के यमुना तट पर 8 किमी. क्षेत्र में कुंभ नगर बसाया गया है।
पहला शाही स्नान आने वाली माघी पूर्णिमा (27 फरवरी) को है। इसमें वैष्णवों के चारों संप्रदाय और तीन वैरागी अखाड़े शामिल हो रहे हैं। यहां लाउडस्पीकर पर सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क पहनने की हिदायतें दी जा रही हैं। हालांकि इसका पालन होता नहीं दिख रहा है।
यमुना एक्सप्रेस-वे और दिल्ली-आगरा हाईवे से वृंदावन आने वाली सड़कों पर भारी जाम है। करीब एक साल बाद ऐसा मौका आया है जब वृंदावन की धर्मशालाओं, गेस्ट हाउस और होटलों में चहल-पहल है। सड़कों, गलियों में लोगों के जत्थे गुजरते दिख रहे हैं।