विदेशों में रोहित विफल क्यों:कोच दिनेश लाड बोले- ऑस्ट्रेलिया में ओवर कॉन्फिडेंस की वजह से आउट हुए, उनके टेक्नीक में कोई कमी नहींभारत और इंग्लैंड के बीच चेन्नई में खेले जा रहे दूसरे टेस्ट में ओपनर रोहित शर्मा ने करियर का 7वां शतक लगाया। उन्होंने पहली पारी में भारत के 329 में से अकेले 49% यानी 161 रन स्कोर किए। हालांकि, यह सभी सेंचुरी उन्होंने भारतीय पिच पर लगाई है। रोहित ने भारत में 23 पारियों में 83.56 की औसत से 1504 रन बनाए हैं। वहीं, विदेशी जमीन पर 37 पारियों में 27 की औसत से 945 रन बनाए हैं। विदेशों में बड़ी पारी नहीं खेलने पर उन पर सवाल भी उठ रहे हैं। ऐसे में भास्कर ने रोहित के कोच दिनेश लाड से बातचीत की…
सवाल: रोहित विदेशी जमीन पर बड़ी पारी क्यों नहीं खेल पाते हैं?
जवाब: रोहित विदेश में भी बड़ी पारी खेलने की क्षमता रखते हैं। उनकी बैटिंग टेक्नीक में कोई खराबी नहीं है। ऑस्ट्रेलिया दौरे पर वह विकेट पर टिके, लेकिन उसे बड़ी पारी में तब्दील नहीं कर सके। दरअसल, वे ओवर कॉन्फिडेंस होकर शॉट लगा रहे थे। यही उनके आउट होने का कारण बना। इंग्लैंड में हुए वनडे वर्ल्डकप में उन्होंने 5 शतक लगाए थे। वे वनडे और टी-20 में खुद को प्रूफ कर चुके हैं। ऐसे में यह कहना कि रोहित बाउंसी पिच पर नहीं खेल सकते, गलत है। आने वाले समय में वह विदेशी पिचों पर भी सेंचुरी लगाने में सफल होंगे।
सवाल: क्या ऑस्ट्रेलिया दौरे से लौटने के बाद आपकी बात हुई थी?
जवाब: हां, ऑस्ट्रेलिया दौरे से लौटने के बाद मैंने उनसे बात की थी। उन्होंने बताया कि वह स्कोरबोर्ड को मूव करने के लिए रन बनाना चाहते थे। इसलिए रिस्क लेने की कोशिश कर रहे थे।
सवाल: रोहित ने दूसरे टेस्ट में 161 रन की पारी खेली। आप क्या कहेंगे?
जवाब: रोहित ने टेस्ट के अनुकूल बैटिंग की। उनकी टेक्नीक टेस्ट के हिसाब से थी। वे विकेट पर रुके और टाइम दिया, इसलिए सफल हुए। जिस गेंद को छोड़ना चाहिए, उसे छोड़ा। जिस पर शॉट लगाने थे, उस पर शॉट लगाया। उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट में जो गलती की थी, उसे दोहराया नहीं। पैर का मूवमेंट भी ठीक रहा। इसलिए वह बड़ा स्कोर करने में सफल हुए।
सवाल: पहले टेस्ट में रोहित नहीं चले। उन्होंने इस टेस्ट में क्या गलती की?
जवाब: जोफ्रा आर्चर ने काफी अच्छी गेंदबाजी की। उन्हें पिच से बाउंस मिल रहा था। बल्लेबाज के पास उस बॉल को खेलने के अलावा कोई ऑप्शन नहीं था। रोहित की जगह दुनिया का कोई और बैट्समैन होता, तो वह भी उन गेंदों को खेलता ही। पहली पारी में रोहित ने गलत शॉट नहीं खेला। हालांकि, दूसरी पारी में उनकी टेक्नीक गलत थी। रोहित ने जैक लीच की बॉल अपने जगह पर खड़े होकर शॉट खेलने की कोशिश की। इस वजह से वह बोल्ड हो गए। पैर में मूवमेंट नहीं था।