रोष प्रदर्शन:पैसेंजर ट्रेन चलाने की मांग को लेकर एसयूसीआई का रोष प्रदर्शन, स्टेशन अधीक्षक के जरिए रेल मंत्री को भेजा ज्ञापनवक्ता बोले- एक्सप्रेस ट्रेन का किराया ज्यादा, लोगों को हो रही परेशानी
एसयूसीआई कम्युनिस्ट के अंतर्गत पैसेंजर ट्रेन चलाने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया गया। जिसका नेतृत्व पार्टी के जिला सचिव कामरेड राजेंद्र सिंह एडवोकेट ने किया। प्रदर्शन से पहले किसान आंदोलन में मारे गए किसान मजदूरों एवं पुलवामा के शहीदों को 2 मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
रेलवे स्टेशन अधीक्षक के माध्यम से रेल मंत्री को भेजे ज्ञापन में मांग की गई कि पैसेंजर ट्रेन बंद होने की वजह से आमजन को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। रेवाड़ी शहर से ही हजारों नागरिक हर रोज रोजी-रोटी के लिए दिल्ली आते जाते हैं। दूध बेचने वालों से लेकर छोटे दुकानदार एवं व्यापारियों के जीवन पर पैसेंजर ट्रेन बंद होने की वजह से उनके जीवन में आर्थिक संकट पैदा हो रहा है।
कर्मचारियों को ड्यूटी पर आने जाने में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। एक्सप्रैस ट्रेन का किराया इतना अधिक है कि जनसाधारण यात्रा नहीं कर सकता। एक्सप्रेस ट्रेनों में सीनियर सिटीजन की छूट को भी खत्म कर दिया गया है। कोरोना में जब तमाम सरकारी एवं निजी उपक्रम खोल दिए गए हैं और एक्सप्रैस ट्रेन चला दी गई है तो पैसेंजर ट्रेन को बंद किए रखने का कोई औचित्य नहीं है।
उन्होंने कहा कि सरकार कम ट्रेन चलाकर ज्यादा मुनाफा बटोरना चाहती है, इसलिए पैसेंजर ट्रेन चलाने में कोताही बरत रही है, जिसकी इजाजत हरगिज़ नहीं दी जा सकती। रेलवे का निजीकरण करके सरकार रेल जैसी सस्ती सेवा को बंद करके आमजन के पहुंच से दूर करना चाहती है।
एसयूसीआई कम्युनिस्ट ने नागरिकों से अपील की है कि पैसेंजर ट्रेन चलाने के लिए नागरिक कमेटी का गठन करके जन आंदोलन गठित किया जाए। प्रदर्शन में मुख्य रूप से ट्रेड यूनियन नेता बलराम यादव, किसान नेता रामकुमार, राजवीर सिंह, नरेश तुर्कियावास लक्ष्मी नारायण, पोहप सिंह, शमशेर सिंह, विजय सिंह, अनिल कुमार, संदीप, सुमन, संतोष, मनोज व अजय सहित अन्य मौजूद रहें।