अब रेल रोकने की तैयारी:किसानों ने 150 वॉलंटियर वॉकी-टॉकी के साथ लगाए, सोनीपत में रेलवे ट्रैक की सुरक्षा को 2 बटालियन बुलाईशांतिपूर्वक आंदोलन चलाने के लिए युवाओं को लगातार दी जा रही गाइडलाइन
मंच पर सीसीटीवी कैमरे लगाने के बाद किसानों से भी अपने-अपने पंडाल में संदिग्ध पर नजर रखने का आह्वान
दिल्ली में 26 जनवरी की हिंसा और फिर आंदोलन स्थलों पर हुई पत्थरबाजी के बाद संयुक्त मोर्चा ने अंदरुनी निगरानी बढ़ा दी है। इसके लिए 150 के करीब वॉलंटियर लाठी और वॉकी टॉकी के साथ जगह-जगह तैनात हैं। वही पूरा दिन ट्रैफिक व्यवस्था भी संभालते हैं। पिछले दिनों बंद रहे इंटरनेट को देखते व्यवस्था के लिए कम्युनिकेशन सिस्टम दुरुस्त किया गया है।
वहीं, दूसरी ओर तीनों कृषि कानूनों की मांग को लेकर के कुंडली बॉर्डर पर बैठे किसान अब सरकार पर दबाव बनाने के लिए 18 फरवरी को देशभर में रेल रोको आंदोलन करेंगे। ऐसे में रेलवे प्रशासन ने सोनीपत रेलवे स्टेशन परिसर और रेलवे ट्रैक पर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी है। दो रिजर्व बटालियन बुलाई हैं। कुंडली जीआरपी एसएचओ किसानों से रेल रोकने संबंधी पाॅइंट पर चर्चा करेंगे।
प्लानिंग: संयुक्त मोर्चा का 4 घंटे तक ट्रेन रोकने का ऐलान
18 फरवरी को संयुक्त मोर्चा ने 4 घंटे के लिए रेल रोको आंदोलन की भी घोषणा की है। अब इसको लेकर भी रणनीतियां बनाई जा रही हैं। धरनास्थलों पर बैठे किसान आंदोलन को सरकार पर दबाव बढ़ाने के लिए और तेज करने की रणनीतियां बना रहे हैं। अंतिम फैसला संयुक्त मोर्चा की बैठक में होना है कि आगे आंदोलन को किस तरीके से आगे बढ़ाना है। फिलहाल आह्वान किया कि किसी भी कीमत में आंदोलन स्थल पर अशांति न हो और आवागमन की व्यवस्था बेहतर रहे। भाकियू नेता सत्यवान नरवाल ने बताया कि वे शांतिपूर्वक आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन बाहरी तत्वों से निगरानी की जिम्मेदारी युवाओं को दी गई है।
लाउड स्पीकर बढ़ाए
मंच से भाषण दूर-दूर तक बैठे किसानों तक पहुंचे। इसके लिए लगातार लाउड स्पीकर का दायरा भी बढ़ाया जा रहा है। करीब 4 किलोमीटर के दायरे में लाउडस्पीकर लग चुके हैं। आगे खापों के मंचों पर अपने स्तर पर भी माइक लगाए गए हैं।
रेलवे अलर्ट: किसानों से ट्रैक के पाॅइंट तय करेंगे अधिकारी
प्रदेश के सभी रेलवे स्टेशन परिसर और रेलवे ट्रैक पर निगरानी बढ़ा दी गई है। प्लेटफार्म पर आने जाने वाले हर शख्स की चेकिंग की जा रही है। जाट आरक्षण आंदोलन में राजलूगढ़ी और गन्नौर की सीमा में हुए नुकसान के मद्देनजर स्थानों पर अधिक सुरक्षा व्यवस्था तैनात करने की योजना पर काम किया जा रहा है। हालांकि किसानों ने ट्रैक पर शांतिपूर्वक प्रदर्शन का आह्वान किया है। सोनीपत में जहां किसान बैठेंगे, यह तय होना बाकी है। एक रिजर्व बटालियन में करीब 24 जवान होते हैं, जिसके तहत करीब 48 जवान हो जाएंगे, जबकि जीआरपी थाना सोनीपत में करीब 27 कर्मचारियों का स्टाफ है। इनके साथ ही यह तैनात रहेंगे।
किसानों से करेंगे बात
जीआरपी थाना एसएचओ राज कुमार मलिक ने कहा कि विचार किया जा रहा है कि धरना स्थल पर जाकर के किसान नेताओं से बातचीत की जाए, जिसके आधार पर रेलवे स्टेशन परिसर और ट्रैक पर निगरानी बढ़ाई जाएगी। किसी प्रकार की चूक नहीं होने देंगे।
लापता किसानों के पोस्टर लगाने गए पुलिसकर्मी को टिकरी में पीटा
बहादुरगढ़, गणतंत्र दिवस पर किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा के समय से एक किसान बलजिन्द्र लापता है। इस संबंध में उसके परिजनों ने नांगलोई थाने में अपहरण का दर्ज कराया है। शुक्रवार को नांगलोई थाने से हेड कांस्टेबल जितेन्द्र राणा टिकरी बॉर्डर पर लापता किसान का पोस्टर लगाने पहुंचा था।
इस दौरान किसानों ने पोस्टर लगाने का एतराज किया। इसको लेकर किसानों की हेड कांस्टेबल कहासुनी हो गई। किसानों ने हेड कांस्टेबल से मारपीट कर दी। यह देख बाॅर्डर पर तैनात अन्य पुलिस कर्मचारियों ने बीच बचाव कराया। धरने पर बैठे किसानों ने उनका विरोध शुरू कर दिया। पुलिस ने किसी तरह किसानों को समझाकर शांत किया। घायल पुलिसकर्मी को दिल्ली के अस्पताल में भर्ती कराया है। पुलिस ने उसके बयान पर केस दर्ज कर लिया है। भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश प्रवक्ता जीया लाल ने कहा कि किसानों ने पुलिस कर्मचारी को नहीं पीटा वह खुद गिरा होगा।
इधर… सैलजा पर भाकियू का पलटवार10 साल में कांग्रेस ने किसानों को कितना ब्याज दिया बताएं
भाकियू (रतनमान गुट) ने कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष कुमार सैलजा के बयान पर पलटवार किया है। भाकियू प्रदेश अध्यक्ष रतनमान ने कहा कि कांग्रेस ने प्रदेश में अपने 10 साल के राज में किसानों को कितना ब्याज दिया कांग्रेस यह भी बताए। बता दें कि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कुमारी सैलजा ने प्रदेश सरकार से किसानों के बकाया पर ब्याज की मांग की है। जिसके बाद रतनमान ने उनपर पलटवार किया है। रतनमान ने कहा कि कांग्रेस पूरे 10 साल हरियाणा में सत्तासीन रही। उस समय भी कई-कई महीने गन्ने की पेमेंट लेट हुई क्या उस समय कांग्रेस ने किसानों को ब्याज दिया।