सेंट्रल जेल में पढ़ाई, परीक्षा और दीक्षांत समारोह:जबलपुर सेंट्रल जेल से डिग्री और डिप्लोमा लेकर निकलेंगे 220 बंदी, इनमें 30 महिलाएंकेंद्रीय जेल जबलपुर में 20 जनवरी 2010 को खोला गया शिक्षा केंद्र, अब तक 1800 बंदियों को मिल चुका है लाभ
जबलपुर की जेल में कैदी अब पढ़ाई कर डिग्री भी ले रहे हैं। नेताजी सुभाषचंद्र बोस सेंट्रल जेल में ऐसे 220 बंदी विभिन्न पाठ्यक्रमों की पढ़ाई पूरी कर अब उनकी परीक्षाएं दे रहे हैं। इन बंदियों में 30 महिलाएं भी शामिल हैं। बंदियों की परीक्षाएं 13 मार्च तक आयोजित होगी। जेल अधीक्षक गोपाल ताम्रकार के मुताबिक सेंट्रल जेल में 20 जनवरी 2010 को इंदिरा गांधी ओपन यूनिवर्सिटी का सेंटर खुला था। अब तक 1800 बंदी यहां विभिन्न पाठ्यक्रम से डिग्री-डिप्लोमा ले चुके है।13 मार्च तक होगी परीक्षा
जानकारी के अनुसार केंद्रीय जेल में 08 फरवरी से बंदियों की परीक्षााएं शुरू हुई हैं। सत्र 2020-21 के लिए 190 पुरुष और 30 महिला बंदियों ने इंदिरा गांधी ओपन यूनिवर्सिटी द्वारा संचालित विभिन्न पाठ्यक्रम में प्रवेश लिया 11 फरवरी तक भाषा विज्ञान और हिंदी भाषा, आपका भोजन और उसकी उपयोगिता लागत लेखा के मूल तत्व, विज्ञान और प्रौद्योगिकी में आधार, पूर्व और दक्षिण पूर्व एशिया में सरकार और राजनीति भारत में सामाजिक समस्याएं, भारत में मानव अधिकार, भोजन एवं पोषण में प्रमाण पत्र की परीक्षाएं आयोजित की जा चुकी हैं। आगे भी इसी तरह अन्य कई विषयों पर परीक्षाएं आयोजित की जा रही हैं।
एडीजी जेल ने कहा, अन्य जेलों में भी खोले जाएंगे केंद्र
जेल एडीजी आशुतोष राय ने प्रधानमंत्री कौशल उन्नयन प्रशिक्षण केंद्र और इंदिरा गांधी ओपन विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रमों और परीक्षाओं का निरीक्षण करने पहुंचे। उन्होंने कहा कि इस तरह के सेंटर प्रदेश की अन्य जेलों में भी खोले जाएंगे। वर्तमान में प्रदेश के कारागार बंदीगृह के साथ-साथ में सुधारात्मक गृहों की ओर अग्रसर हो रही हैं। यहां पर बंदियों को शारीरिक, मानसिक, सामाजिक और व्यवसायिक प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है। इसी क्रम में नेताजी सुभाषचंद्र बोस केंद्रीय जेल जबलपुर में भी राष्ट्रीय कौशल विकास निगम द्वारा बंदियों को इलेक्ट्रीशियन, टीवी रिपेयरिंग, बेकरी इत्यादि का प्रशिक्षण दिया जा रहा है।शिक्षा केंद्र में स्कूली ज्ञान से लेकर डिप्लोमा-डिग्री
जेल अधीक्षक गोपाल ताम्रकार के मुताबिक सेंट्रल जेल में खुले इंदिरा गांधी ओपन यूनिवर्सिटी दिल्ली का केंद्र में स्कूली पाठ्यक्रमों के साथ-साथ कॉलेज स्तर तक का अध्ययन कराया जाता है। बंदियों को विभिन्न प्रकार के रोजगार परक और व्यवसायिक पाठ्यक्रमों की शिक्षा भी दी जाती है। इंदिरा गांधी ओपन विश्वविद्यालय का यह केन्द्र नेताजी सुभाषचंद्र बोस, केंद्रीय जेल जबलपुर में 20 जनवरी 2010 को खोला गया और अब तक 1800 बंदियों को विभिन्न पाठ्यक्रमों में शिक्षा दी चुकी है। तीन अप्रैल 2019 में सेंट्रल जेल में जेल इतिहास में प्रथम बार दीक्षांत समारोह भी आयोजित कराया जा चुका है।