आंखें खोलते ही देख ली दुनियादारी:इस बच्चे का क्या कसूर; अपने ही शक के दायरे में, पुलिस काे शिकायत का इंतजारकैंट सिविल अस्पताल में 18 घंटे के बच्चे काे फिनाइल खिला मारने की काेशिश
मां-बाप बोले- सीसीटीवी फुटेज देखने और बच्चा ठीक होने पर देंगे शिकायत
बच्चे को दुलारने के बहाने गोद से उठाकर बाहर ले गई थी प्रसूता की साैतन
कैंट सिविल अस्पताल में वीरवार काे नवजात शिशु काे फिनाइल की गाेली खिलाकर मारने की काेशिश की गई और पुलिस अब भी शिकायत का इंतजार कर रही है। वहीं, परिजन सीसीटीवी फुटेज देखने और बच्चा ठीक हाेने के बाद शिकायत देने की बात कह रहे हैं। शुक्रवार काे डाॅक्टरों ने बच्चे के 3 सैंपल लिए। वहीं नवजात की मां राधा को प्रसूता वार्ड से निक्कू वार्ड में शिफ्ट कर दिया।
प्रसूता राधा ने बताया कि उसके पति साेनू ने सिटी डेहा बस्ती की महिला से दूसरी शादी की हुई है, जिसके पास काेई बेटा नहीं है। वीरवार सुबह करीब 10 बजे उसकी सौतन उसे मिलने अस्पताल में चाय लेकर आई थी। वार्ड में उसकी मां समेत अन्य रिश्तेदार थे। फिर बच्चे के साथ प्यार-लाड करने की बात कहकर उसे गोद में ले लिया। करीब एक घंटे तक उसकी सौतन बच्चे को लेकर वार्ड में घूमती रही। काफी देर बाद साैतन ने बच्चे को भूख लगने की बात कहते हुए दूध पिलाने की सलाह दी।
बच्चा उसकी गाेद में आया ताे उसका शरीर ठंडा और सिकुड़ रहा था। रंग में फर्क पड़ गया था। इसी बीच वैक्सीनेशन करने के लिए बुला रही नर्स भी आ गई और उसको बच्चे की स्थिति के बारे में बताया। बच्चे के मुंह से लार आई हुई थी। नर्स ने जब चेक किया ताे बच्चे के मुंह में फिनाइल की गाेली थी। बच्चे के मुंह से तुरंत गाेली निकाली गई और उसे निक्कू वार्ड में भर्ती कर लिया गया। राधा ने बताया कि दोपहर 3 बजे उसकी सौतन चली गई थी।
मां-बाप की सुनिए
नवजात के पिता सोनू व मां राधा ने कहा कि उनके बेटे के साथ जिसने भी ये किया है उसकी जानकारी के लिए अस्पताल में सीसीटीवी फुटेज चेक की जा रही है। पुलिस में सबूत के साथ शिकायत देंगे। साेनू ने बताया कि उसके पास 3 बेटियां हैं।
पुलिस का तर्क
बीसी बाजार चौकी इंचार्ज संजय ने बताया कि अस्पताल प्रशासन की सूचना मिलने पर पुलिस ने मौके पर जाकर परिजनाें के बयान दर्ज किए हैं। जिसमें प्रसूता ने किसी पर कोई शक या संदेह नहीं जताया है। इसलिए आगामी कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
पीएमओ ये बाेले
पीएमओ डाॅ. राकेश सहल का कहना है कि हमने सूचना पुलिस को दी। नवजात और मां के अलावा उनके परिजन अस्पताल में ही हैं। मरीज को रिश्तेदार से मिलने से रोक नहीं सकते। सीएमओ से बातचीत करके कोई पास सिस्टम अडॉप्ट करने पर विचार किया जाएगा।
एक्सपर्ट की राय
एक्सपर्ट डाॅ. संजीव कौशिक ने बताया कि फिनाइल ज्यादा खतरनाक नहीं होती। इससे लीवर पर असर पड़ता है और बच्चे को पीलिया होने का खतरा ज्यादा बढ़ जाएगा। यदि पेट वॉश हो गया तो मरीज खतरे से बाहर हो जाता है। लेकिन फिर भी मरीज को 24 घंटे डाॅक्टर्स की निगरानी में रखना पड़ता है।