एजुकेशन:जिले के 13 मॉडल संस्कृति स्कूलों को मिली सीबीएसई बोर्ड से मान्यतासरकारी स्कूलों में आधुनिक संसाधनों एवं तौर-तरीकों से अंग्रेजी माध्यम से बेहतर शिक्षा देने की कवायद
प्रदेश सरकार ने सरकारी स्कूलों में अध्ययनरत मेधावी विद्यार्थियों को नए शिक्षा सत्र से आधुनिक संसाधनों एवं तौर-तरीकों से अंग्रेजी माध्यम से बेहतर शिक्षा देने के लिए राज्य के 112 सीनियर सेकेंडरी स्कूल तथा 1000 प्राइमरी स्कूलों को मॉडल संस्कृति स्कूल का दर्जा देने के बाद उन्हें नियमानुसार सीबीएसई बोर्ड से मान्यता भी दिला दी है।
सीबीएसई से मान्यता मिलने के बाद अब सरकार ने इन स्कूलों में मेधावी एवं अनुभवी शिक्षकों की नियुक्ति करने की प्रक्रिया भी शुरु कर दी है। इसके लिए सरकार ने राजकीय स्कूलों में कार्यरत फर्राटेदार अंग्रेजी बोलने वाले शिक्षकों से विभागीय वेबसाइट एचटीटीपी://14.192.19.188/एमओडीइएलएपीपीपीजीटी/. पर 11 फरवरी से 25 फरवरी तक आवेदन मांगें हैं। ऐसे में मॉडल संस्कृति स्कूलों में पढ़ाने के इच्छुक अनुभवी शिक्षक आवेदन कर चयन प्रक्रिया में भाग ले सकते हैं।
सीनियर सेकेंडरी हरियाणा (पंचकुला) के असिस्टेंट डायरेक्टर नंदकिशोर शर्मा ने प्रदेश के सभी जिला शिक्षा अधिकारी/ब्लाक शिक्षा अधिकारी कार्यालयों में पत्र प्रेषित कर फर्राटेदार अंग्रेजी बोलने वाले पीजीटी शिक्षकों से विभाग की वेबसाइट पर 11 से 25 फरवरी तक रात 12 बजे तक ऑनलाइन आवेदन मांगें हैं।
शिक्षा विभाग के अनुसार आवेदनों के बाद लिखित परीक्षा एवं साक्षात्कार के आधार पर मॉडल संस्कृति स्कूलों के लिए शिक्षकों का चयन किया जाएगा। मॉडल संस्कृति स्कूलों में शिक्षकों की नियुक्ति नया शिक्षा सत्र शुरु होने से पहले पूरी कर ली जाएगी, ताकि नया शिक्षा सत्र शुरु होने के साथ ही मॉडल संस्कृति स्कूलों में समय पर दाखिला प्रक्रिया शुरु की जा सके। प्रदेश में मॉडल संस्कृति स्कूलों के शुरु हो जाने के बाद सरकारी स्कूलों में अध्ययनरत मेधावी छात्र-छात्राओं को मामूली फीस पर आधुनिक तौर-तरीकों को बेहतर शिक्षा दी जाएगी।
मॉडल संस्कृति स्कूलों में कार्यरत शिक्षकों को मिले स्थाई नियुक्ति : शिक्षा विभाग के रिकार्ड के अनुसार मॉडल संस्कृति स्कूलों में नियुक्त किए जाने वाले शिक्षकों के पे स्केल में कोई बढ़ोतरी नहीं की जाएगी, परंतु उन शिक्षकों को ट्रांसफर ड्राइव से अलग रखा जाएगा। यानि मॉडल संस्कृति स्कूलों में नियुक्ति पाने वाले शिक्षकों का दूसरे स्कूलों में स्थानांतरण नहीं किया जाएगा। उन्हें स्थाई नियुक्ति दी जाएगी। मॉडल संस्कृति स्कूलों में अध्ययनरत बच्चों को अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाई के साथ-साथ ई लाइब्रेरी, डिजिटल क्लास रुम, कंप्यूटर लैब व खेल मैदान समेत सभी आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी।
नए सत्र में जिले के 13 मॉडल संस्कृति स्कूलों में दिया जाएगा दाखिला शिक्षा विभाग के रिकार्ड के अनुसार जिले के 13 स्कूलों को मॉडल संस्कृति का दर्जा दिया गया है। इनमें चार सीनियर सेकेंडरी तथा 9 प्राथमिक स्कूल शामिल हैं। इन स्कूलों में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय धौलेड़ा, राजकीय बाल वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय नारनौल, राजकीय बाल वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय अटेली, राजकीय बाल वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कनीना, राजकीय प्राथमिक पाठशाला मोहल्ला कोलियान (नारनौल), राजकीय कन्या प्राथमिक पाठशाला कनीना, राजकीय प्राथमिक पाठशाला मोहल्ला मसानी (महेंद्रगढ़), राजकीय प्राथमिक पाठशाला जड़वा, राजकीय प्राथमिक पाठशाला पथरवा, राजकीय प्राथमिक पाठशाला अमरपुर, राजकीय प्राथमिक पाठशाला नियामतपुर, राजकीय प्राथमिक पाठशाला बायल व राजकीय प्राथमिक पाठशाला मूसनौता शामिल है। इन स्कूलों में नए शिक्षा सत्र में अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाई के लिए दाखिले होंगे। सभी स्कूलों में प्रवेश परीक्षा के आधार पर ही दाखिले दिए जाएंगे।
^मॉडल संस्कृति स्कूलों में शिक्षकों के चयन के लिए 11 से 25 फरवरी तक विभागीय वेबसाइट पर फर्राटेदार अंग्रेजी बोलने वाले शिक्षकों से आवेदन मांगें गए हैं। आवेदन के बाद इच्छुक शिक्षकों की संख्या को देखते हुए नियुक्तियां दी जाएगी।