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खापों-महापंचायतों से बदला किसान आंदोलन:कुंडली-टीकरी बॉर्डर पर पंजाब से ज्यादा हरियाणा के किसान

खापों-महापंचायतों से बदला किसान आंदोलन:कुंडली-टीकरी बॉर्डर पर पंजाब से ज्यादा हरियाणा के किसान; महापंचायतों के जरिए उन्हें फ्रंटफुट पर लाने की कोशिश26 जनवरी की ट्रैक्टर परेड के बाद लगातार हो रही खापों और महापंचायतों के बाद किसान आंदोलन की तस्वीर बदल गई है। जब तक हरियाणा की खापें आंदोलन में सक्रिय नहीं थी तो बॉर्डर पर पंजाब के किसान ही ज्यादा दिखाई देते थे, लेकिन अब कुंडली-टीकरी बॉर्डर पर हरियाणा के किसानों की संख्या पंजाब के किसानों से के मुकाबले ज्यादा हो गई है। किसान नेता खाप और महापंचायतों के जरिए हरियाणा को आंदोलन में फ्रंट फुट पर लाने की कोशिश कर रहे हैं।

किसान आंदोलन में अब खापों और महापंचायतों का रोल 00 पॉइंट में समझें

1.किसान नेता हरियाणा में एक्टिव

हरियाणा में संयुक्त किसान मोर्चा एक के बाद एक महापंचायतें कर रहा है। हरियाणा भाकियू अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढ़ूनी प्रदेशभर में किसान आंदोलन के लिए समर्थन जुटा रहे हैं। चढ़ूनी अलग-अलग टोल प्लाजा पर जाकर भी लगातार कार्यक्रम कर रहे हैं। भारतीय किसान यूनियन (BKU) के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने जींद, चरखी दादरी और कुरुक्षेत्र में हाल ही में महापंचायतें की हैं।

  1. ​आंदोलन का दायरा बढ़ाने की कोशिश

किसान नेताओं का कहना है कि कि महापंचायतों के जरिए आंदोलन का दायरा बढ़ाने की कोशिश है। एक राज्य (पंजाब) ने आंदोलन की छवि को तोड़ा है। ऐसे में अब हरियाणा को जोड़ने की मजबूरी भी हो गई है।इससे पहले के आंदोलनों में खापों की अहम भूमिका रही, इसलिए खापों को जोड़ा जा रहा है।

  1. केंद्र और राज्य सरकार पर दबाव बनाना

किसान नेता ग्रामीण क्षेत्रों में महापंचायत कर जजपा-भाजपा विधायकों पर समर्थन के लिए दबाव बना रहे हैं। इसके साथ ही भाजपा और जजपा के कार्यक्रमों का बड़े स्तर पर विरोध किया जा रहा है ताकि सरकार को गिराया जा सके और इससे केंद्र पर दबाव बढ़े।

  1. किसान नेता अपनी पैठ बढ़ाना चाह रहे हैं

राकेश टिकैत लगातार हरियाणा की महापंचायतों में एक्टिव हैं। हाल ही में उन्होंने कंडेला में महापंचायत की। इन महापंचायतों में टिकैत के वो पोस्टर ज्यादा दिखाई देते हैं, जिनमें वो रो पड़े थे। गुरनाम सिंह चढ़ूनी दूसरे ऐसे नेता हैं, जो लगातार महापंचायतों और खापों में शामिल हो रहे हैं। टिकैत की महापंचायतों में भी चढ़ूनी गुट के बैनर अलग नजर आते हैं। कोशिश दोनों की ही ये है कि वो अपनी पैठ को बढ़ा सकें।

  1. देशभर में महापंचायतें होंगी ताकी दूसरे राज्य भी जु़ड़ें

हरियाणा में महापंचायतों और खाप के जरिए दूसरे राज्यों को जोड़ने पर भी फोकस है। आने वाले दिनों में संयुक्त मोर्चा के सदस्य बलबीर सिंह राजेवाल चंडीगढ़ और पंजाब में जाकर लगातार मीटिंग करेंगे। संयुक्त मोर्चा ने फैसला लिया है कि जल्द राजस्थान, यूपी, मध्यप्रदेश, बिहार समेत देशभर में महापंचायतों का आयोजन करके आंदोलन को देशभर में बढ़ाया जाएगा।

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