खेल पॉलिसी बदली:मेडल विजेता खिलाड़ी अब सीधे ही एचसीएस-एचपीएस नहीं बन सकेंगेअब खेल विभाग में ग्रुप-ए, बी-सी के 550 नए पद तय
सीएम मनोहर लाल के नेतृत्व वाली राज्य सरकार ने अपने पहले कार्यकाल वाली खेल पॉलिसी में संशोधन किया है। इसके अनुसार, अब मेडल विजेता किसी भी खिलाड़ी को एचसीएस-एचपीएस के पद पर सीधी नियुक्ति नहीं दी जाएगी। अधितकम खेल विभाग में डिप्टी डायरेक्टर पद पर ही नियुक्ति मिल सकेगी।
यानी मेडल के अनुसार, ग्रुप-ए, ग्रुप-बी, ग्रुप-सी कैटेगरी की ही नौकरी मिलेगी। 550 नए पद भी निर्धारित किए हैं। सभी पद खेल विभाग में होंगे। ओलिंपिक, एशियाड, कॉमनवेल्थ आदि बड़े खेल इवेंट में मेडल जीतने पर ही डिप्टी डायरेक्टर का पद दिया जाएगा।
बुधवार को चंडीगढ़ में कैबिनेट बैठक में संशोधन को मंजूरी दी गई। इसे हरियाणा उत्कृष्ट खिलाड़ी सेवा नियम-2021 का नाम दिया है। बता दें कि खिलाड़ियों को सीधे एचसीएस-एचपीएस पद पर नियुक्ति के प्रावधान काे हाईकोर्ट में चुनौती दी गई थी। तब सरकार ने शपथपत्र देकर कहा था कि खिलाड़ियों को सीधे एचसीएस-एचपीएस नहीं बनाया जा सकता।
खेल विभाग में डिप्टी डायरेक्टर पद तक ही नियुक्ति होगी
सरकार जल्द ही नौकरी के लिए मेडल अनुसार खिलाड़ियों से आवेदन मांग सकती है। इसके लिए निर्धारित फॉर्म के साथ अपना सर्टिफिकेट लगाना होगा। इसकी पूरी फाइल तैयार होकर मुख्य सचिव के पास जाएगी। इन्हें केवल खेल विभाग में रखा जाएगा। इन्हें अधिकतम डिप्टी डायरेक्टर तक का पद दिया जा सकेगा। इनकी ड्यूटी पुलिस, एचएसवीपी आदि विभागों के खिलाड़ियों को तैयार करने में भी लगाई जा सकेगी।
किस ग्रुप के कितने पद
ग्रुप – पद – संख्या ग्रुप-ए – डिप्टी डायरेक्टर – 50 ग्रुप-बी – सीनियर कोच – 100 ग्रुप-बी – कोच – 150 ग्रुप-सी – जूनियर कोच – 250
शैक्षणिक योग्यता के लिए ज्यादा समय
पहले खिलाड़ियों को पद के लिए जरूरी शैक्षणिक योग्यता पूरी करने के लिए दो वर्ष मिलते थे। अब खिलाड़ी जितने वर्ष में शैक्षणिक योग्यता पूरी करेगा, उसके अलावा 2 वर्ष का समय और दिया जाएगा। जैसे- किसी मेडल पर डिप्टी डायरेक्टर की नौकरी मिलती है, लेकिन खिलाड़ी 5वीं पास है तो ग्रेजुएशन पूरी करने के लिए लगने वाले 10 साल के अलावा 2 वर्ष अतिरिक्त मिलेंगे। तब तक उसकी अंतरिम नियुक्ति मानी जाएगी। खिलाड़ियों को समय-समय पर पदोन्नति भी मिलेगी।
उम्र की सीमा घटाई
नौकरी के लिए अधिकतम आयु 8 वर्ष घटाई है। 42 साल की उम्र या मेडल जीतने के अधिकतम 10 साल तक की अवधि में आवेदन कर सकते हैं। इनमें जो पहले होगी, वही मान्य होगी।
नए खेल भी जोड़े गए
नौकरी के लिए कई नए खेल इवेंट भी जोड़े हैं। इनमें दक्षिण एशियाई खेल, राष्ट्रीय खेल, रणजी ट्रॉफी आदि प्रमुख हैं। पहले ये खेल इवेंट पॉलिसी में शामिल नहीं थे।
पैरालिंपिक के मेडल विजेताओं को वजीफा
पैरालिंपिक, एशियन पैरा गेम्स, कॉमनवेल्थ पैरा गेम्स, वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स, साउथ एशियन गेम्स और 4 वर्षीय ब्लाइंड क्रिकेट वर्ल्ड कप के मेडल विजेताओं को उपलब्धियों के अनुसार मासिक वजीफा मिलेगा।
ओलिंपिक की तैयारी के लिए 5 लाख रु. एडवांस
आर्थिक रूप से कमजोर उन खिलाड़ियों को तैयारी के लिए 5 लाख रु. देगी, जो ओलिंपिक खेलों में शामिल होने के लिए क्वालिफाई करेंगे। यह पैसा उस राशि में से दिया जाएगा, जो खिलाड़ियों के ओलिंपिक खेलों में शामिल होने पर 15-15 लाख रु. का ईनाम दिया जाता है। यह 5 लाख रुपए एडवांस होंगे।