रोहतक पुलिस के हाथों बेकसूर का मर्डर:फायरिंग में जिस युवक की जान गई उसे STF ने ही मारी थी गोली, चार सस्पेंड; एक गिरफ्तारजिस ऑल्टो कार के भ्रम में गोलियां चलाई थी वो बेरी से बरामद
विक्की पंडित के हत्यारों की तलाश में दादरी गई थी रोहतक एसटीएफ की टीम
बलियाणा में हुई विक्की पंडित की हत्या रोहतक पुलिस के लिए जी का जंजाल बन गई है। हत्यारों की तलाश में जुटी पुलिस के हाथों ही हत्या हो गई। मामला रविवार को चरखी दादरी के महेंद्रगढ़ चुंगी पर हुई फायरिंग व इसमें एक युवक की मौत से जुड़ा है। जांच में सामने आया है कि फायरिंग में चरखी दादरी के जिस युवक बिंदर की जान गई उसे गोली रोहतक एसटीएफ की टीम ने मारी थी।
एसटीएफ टीम विक्की पंडित के हत्यारों के बारे में मिले एक इनपुट पर रविवार रात को वहां गई थी। लेकिन महेंद्रगढ़ चुंगी पर एक काले रंग की ऑल्टो कार के भ्रम में उलझ टीम ने दूसरी कार पर फायरिंग कर दी। इसमें बिंदर नाम के युवक की मौत हो गई।
इस मामले में एसटीएफ एसपी वीरेंद्र विज ने रोहतक एसटीएफ के दो एएसआई समेत चार पुलिस कर्मियों को सस्पेंड कर दिया है। वहीं चरखी दादरी पुलिस ने मंगलवार को बिंदर की मौत मामले में हत्या का केस दर्ज करते हुए एसटीएफ के सिपाही हरेंद्र को गिरफ्तार कर लिया है। उससे वो ब्रेजा कार भी बरामद कर ली है जिसमें एसटीएफ टीम दादरी गई थी।
वहीं एसटीएफ के एक सिपाही की गिरफ्तारी के बाद रोहतक पुलिस ने वो काले रंग की ऑल्टो कार भी झज्जर के बेरी इलाके से बरामद कर ली है जिसके भ्रम में फंस एसटीएफ टीम हत्यारी बन गई। कार लावारिस हालात में मिली है। वहीं सीआईए टीमों सहित रोहतक पुलिस की कई दूसरी टीमें विक्की पंडित के हत्यारों की तलाश में जुटी हैं।
ये था मामला : विक्की पंडित की बलियाणा में हुई हत्या मामले में रविवार रात को एसटीएफ टीम को इनपुट मिला कि विक्की के हत्यारों की लोकेशन चरखी दादरी में ट्रेस हुई है। एसटीएफ टीम एक लाल रंग की ब्रेजा कार में सवार होकर रात करीब 9 बजे चरखी दादरी पहुंच गई। वहां पर महेंद्रगढ़ चुंगी के पास एक काले रंगी की ऑल्टो कार कोे जब रुकवाना चाहा तो उसमें सवार युवक कार को भगा ले गए। फायरिंग में कार सवार बिंदर की मौत हो गई।
14 जगह जांचे सीसीटीवी तो बेनकाब हुई एसटीएफ
बिंदर पर हुई फायरिंग मामले में चरखी दादरी पुलिस ने रात को ही जांच शुरू कर दी थी। चरखीदादरी सीआईए इंचार्ज हितेंद्र दांगी ने घटना स्थल महेंद्रगढ़ चुंगी के आसपास से लेकर समसपुर टी पॉइंट और दयानंद कॉलोनी तक के करीब 14 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज रात को ही जांची।
इस दौरान बिंदर के साथ मौजूद दिनेश ने बताया कि उन्होंने अपनी कार दयानंद कॉलोनी में छोड़ी थी। जब बिंदर को गोली लगी तो पीछा कर रही ब्रेजा कार वहां तक पहुंची थी। इसके बाद सीआईए टीम ने दयानंद कॉलोनी में सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली। वहां मिली फुटेज में पहचान हो गई की बिंदर को गोली मारने वाले रोहतक एसटीएफ की टीम है।
सिपाही हरेंद्र की चलाई गोली बिंदर को लगी
बिंदर की हत्या का आरोप झेल रही रोहतक एसटीएफ टीम में इंचार्ज एएसआई हितेंद्र कादयान, एएसआई रणबीर सिंह, सिपाही सचिन व सिपाही हरेंद्र कुमार शामिल थे। दादरी पुलिस का दावा है कि सिपाही हरेंद्र की पिस्तौल से चली गोली बिंदर को लगी थी। हरेंद्र मोखरा गांव का रहने वाला है।
पुलिस पर आरोप
मृतक के परिजनों के अनुसार बिंदर अपने दोस्त दिनेश और छोटन के साथ महेंद्रगढ़ चुंगी पर किसी काम से गया था। वहां लाल रंग की ब्रेजा कार से कुछ युवक जब हथियार लेकर उतरे वो बचने के लिए भागे तो बिंदर को गोली मार दी।