तीसरी किसान महापंचायत:किसान नेता बोले- सरकार नहीं ढूंढ पाई हमारे में जयचंद, नहीं टूटेगा आंदोलन, हम दंगाजीवी या जुमलाजीवी नहींचढ़ूनी के इलाके में टिकैत ने दिखाए अपने इरादे, किसानों से आंदोलन में मांगी मदद
भाकियू के अध्यक्ष चढ़ूनी न खुद पहुंचे, न ही उनके गुट के नेता व पदाधिकारी नजर आए
भाकियू चढ़ूनी के गृहजिले में मंगलवार को किसानों की महापंचायत टिकैत ग्रुप की देखरेख में हुई। इसमें टिकैत ग्रुप ने आंदोलन को लेकर अपने इरादे भी साफ कर दिए। राकेश टिकैत और युद्धवीर ने प्रधानमंत्री और सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि सरकार हमारे बीच में कोई जयचंद नहीं ढूंढ पाई। आंदोलन नहीं टूटेगा, हम दंगाजीवी या जुमलाजीवी नहीं हैं।
उन्हाेंने कहा कि यह आंदोलन अक्टूबर से आगे तक भी चल सकता है। ऐसे में किसानों का सहयोग बेहद जरूरी है। इसमें भाकियू के अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढ़ूनी नहीं पहुंचे। न ही चढ़ूनी गुट के नेता व पदाधिकारी नजर आए। मंच से भी चढ़ूनी का कोई जिक्र नहीं हुआ। हालांकि महापंचायत में संयुक्त मोर्चा के कई नेताओं के आने के दावे थे, लेकिन मुख्य नेताओं में राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत व महासचिव युद्धवीर सिंह ही आए।
टिकैत ने ऐलान किया कि आंदोलन लंबा चलेगा। हर किसान की इस आंदोलन में जरूरत है। अनाज को तिजोरी में बंद नहीं होने देंगे। सरकार एक साजिश के तहत पुराने ट्रैक्टर बंद कराकर पूंजीपतियों का फायदा पहुंचाना चाहती है। कहा कि मोदी न धर्म के न साइंस, वे सिर्फ रिलांयस के हैं। किसान को सबसे प्यारा बेटा होता है, लेकिन जीवित रहते अपनी जमीन काे वह बेटे के नाम भी नहीं करता। ऐसे में सरकार कैसे किसानों की जमीन हड़पने की सोच सकती है।
टिकैत ने कहा कि यह आंदोलन किसानों के सहयोग से चल रहा है। हमारी नीयत साफ है। कानून वापसी से कम कुछ स्वीकार नहीं होगा। हर किसान इसमें मदद करे। किसान का एक पैर घर में, एक पैर खेत और एक दिल्ली भी होना चाहिए। हर गांव से किसान आंदोलन में कम से कम पांच से आठ दिन शेड्यूल बनाकर पहुंचें। साथ में अपना राशन पानी लेकर आएं।
26 जनवरी के लिए सिर्फ 3.5 लाख ट्रैक्टर जोड़े थे, अब पूरे देश में घूमकर आंदोलन में 40 लाख ट्रैक्टर जोड़े जाएंगे
मंच पर भीड़ के बीच बुरे फंसे राकेश टिकैत
कुरुक्षेत्र| गुमथला में मंगलवार को मंच पर भीड़ में टिकैत बुरी तरह फंस गए। किसी तरह मंच से अनाउंस कर लोगों को शांत रहने की अपील की गई। इससे पहले वे कंडेला व भिवानी में भी लोगों से घिर गए थे।
आंदोलन लंबा खींचने के दिए संकेत
किसान नेताओं ने आंदोलन लंबा खींचने के संकेत दिए। वहीं आगे आंदोलन को और तेज करने के इरादे भी जताए। टिकैत ने कहा कि 26 जनवरी के लिए तो सिर्फ साढ़े तीन लाख ट्रैक्टर जोड़े थे। अब पूरे देश में घूमकर इस आंदोलन से 40 लाख ट्रैक्टर जोड़े जाएंगे।
प्रधानमंत्री मोदी पर कटाक्ष
पीएम द्वारा संसद में आंदोलनजीवी पनपने के बयान पर हंगामा खड़ा हो रहा है। महापंचायत में टिकैत ने पीएम पर निशाने साधे। कहा कि पीएम ने किसानों पर कटाक्ष किया है। कहा कि हम आंदोलनजीवी हैं, लेकिन भाजपा सरकार की तरह दंगाजीवी व जुमलाजीवी नहीं हैं।
20 टोकरे लेकर तमिलनाडु जाएंगे?
युद्धवीर ने कहा कि 20 टोकरे टमाटर लेकर क्या किसान बेचने के लिए तमिलनाडु जाएगा। सरकार इस आंदोलन को तोड़ने के लाख जतन कर चुकी है, लेकिन संयुक्त मोर्चा में सरकार कोई जयचंद नहीं ढूंढ पाई।
पानीपत में टिकैत बोले- देश के आंदोलनकारियों का पीएम ने किया अपमान
किसान नेता राकेश टिकैत ने पीएम मोदी के आंदोलनजीवी वाले बयान को देश के आंदोलनकारियों के लिए अपमान बताया है। टिकैत ने सवालिया लहजे में कहा कि क्या महात्मा गांधी और सरदार भगत सिंह आंदोलन-जीवी थे। रविवार को राज्यसभा में प्रधानमंत्री ने कहा था कि “पिछले कुछ समय से इस देश में नई जमात पैदा हुई है। एक नई बिरादरी सामने आई है आंदोलनजीवी। आप देखेंगे कि आंदोलन चाहे वकीलों का हो, स्टूडेंट्स का हो, मजदूरों का हो, हर आंदोलन में ये जमात नजर आएगी। ये आंदोलन के बिना जी नहीं सकते। हमें इन्हें पहचानना होगा।’