अमेरिका में वॉटर प्लांट हैक:केमिकल की मात्रा बढ़ाकर 15 हजार लोगों की जान लेने की साजिश, ऑपरेटर की चौकसी से बची जानअमेरिका के फ्लोरिडा में हैकर्स ने एक वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट में केमिकल का स्तर बढ़ाकर 15 हजार लोगों की जान लेने की कोशिश की। हालांकि समय रहते इस हमले को रोक लिया गया। हैकर्स ने पहले सिटी कम्यूटर को एक्सेस किया और घातक सोडियम हाइड्रोक्साइड की मात्रा को जानलेवा स्तर तक ले जाने की कोशिश की, जो आमतौर पर पानी से धातुओं को निकालने के लिए उपयोग होता है।
सॉफ्टवेयर से छेड़छाड़ की कोशिश
यह साइबर हमला फ्लोरिडा में टम्पा कस्बे से 15 मील दूर बसे पाइनलास काउंटी के ओल्ड्समर वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट पर हुआ। कस्बे के शेरिफ बॉब गुआलटेरी ने सोमवार को बताया कि हैकर्स ने 5 फरवरी की सुबह 8 बजे प्लांट के उस कम्प्यूटर को हैक कर लिया था, जिससे पानी में केमिकल की मात्रा नियंत्रित की जाती है। प्लांट के कम्प्यूटर ऑपरेटर ने इस साइबर हमले की पहचान की, जब माउस अपने आप स्क्रीन पर हरकत करने लगा। हैकर उन सॉफ्टवेयर से छेड़छाड़ की कोशिश कर रहा था, जिससे पानी का फिल्टरेशन कंट्रोल होता है। ऑपरेटर ने देखा कि हैकर पानी में मिलाए जाने वाले केमिकल लेवल को जानलेवा स्तर पर ले जा रहा है।
FBI और सीक्रेट सर्विस जांच कर रही
हैकर ने सोडियम हाइड्रोक्साइड को लगभग एक सौ भाग प्रति मिलियन से 11,100 भाग प्रति मिलियन में बदल दिया था। लेकिन वह ऐसा कर पाता, इससे पहले ही उसे रोक लिया गया। कर्मचारी ने समय पर सोडियम हाइड्रोक्साइड के स्तर को उलट दिया। गुआलटेरी के मुताबिक, साइबर सिक्योरिटी कंपनी फायर-आई ने मामले की जांच शुरू कर दी है। FBI और सीक्रेट सर्विस भी जांच कर रही है। टम्पा-बे इलाके के सभी इंफ्रास्ट्रक्चर ऑपरेटर्स से पूछताछ भी की जा रही है और उन्हें अपना सिक्योरिटी सिस्टम अपडेट रखने के लिए कहा गया है।
हैकर ने फाइल शेयर टूल का इस्तेमाल किया
रिपोर्ट्स के मुताबिक, हैकर ने कम्प्यूटर को रिमोट कंट्रोल पर लेने या फाइल ट्रांसफर के लिए उपयोग किए जाने वाले लोकप्रिय टूल टीम व्यूअर का इस्तेमाल किया, जिससे प्लांट के कम्प्यूटर तक उसकी पहुंच बन सकी। हैकर को इंटरनल आईसीएस प्लेटफॉर्म का एक्सेस मिल गया था, जिसके चलते उसने केमिकल लेवल बढ़ा दिया।