4जी सेवा की खुशी:कारोबारी बोले- भाव से लेकर सप्लाई तक सब कुछ इंटरनेट पर निर्भर था, अब काम चल पड़ेगा; लाेग बोले-4जी मुबारक4जी सेवा बहाल होने से नागरिकों, पर्यटकों और कारोबारियों के चेहरों पर लौटी रौनक
जम्मू-कश्मीर में 551 दिन बाद 4जी इंटरनेट सेवा बहाल होने के बाद नजारा बदल गया है। पूर्व सीएम और नेशनल कांफ्रेंस नेता उमर अब्दुल्ला ने तो कहा कि देर आए, पर दुरुस्त आए। अगस्त 2019 के बाद यह खुशी का बड़ा मौका है। 4जी मुबारक। सेवा बहाल होने से लोगों को न केवल मिली है, बल्कि पर्यटक भी इस फैसले से खुश हैं।
कश्मीर चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष शेख आशिक ने कहा कि हम दो साल से परेशान थे। अब राहत मिली है। कश्मीर ट्रैडर्स एंड मैन्यूफैक्चरिंग फेडरेशन के प्रमुख मुहम्मद यासीन खान के मुताबिक इससे कारोबारियों का खासा फायदा हो रहा है। आज भाव से लेकर सप्लाई तक सबकुछ इंटरनेट पर निर्भर है। निश्चित ही अब कारोबार चल निकलेगा। बता दें िक 5 अगस्त 2019 को अनुच्छेद 370 हटाए जाने के वक्त से ही 4जी इंटरनेट बंद था।
श्रीनगर में ई-कॉमर्स साइट ‘कश्मीर ऑरिजिन’ के सह संस्थापक आरिफ इरशाद हस्तशिल्प उत्पाद ऑनलाइन बेचते हैं। आरिफ के मुताबिक, ‘2जी के कारण हम अपनी वेबसाइट तक ढंग से खोल नहीं पा रहे थे। 75% ग्राहक दूर हो गए थे। अब कारोबार बढ़ने का भरोसा है।’
ऑनलाइन खरीद करने वाली गृहिणी महक जान ने बताया कि अब खरीदी के लिए उनके पास ज्यादा विकल्प होंगे। इसी प्रकार 4जी बहाल होने से उन हजारों लोगों को आसानी होगी, जो जम्मू-कश्मीर में बैठकर टेक्नाोलाॅजी कंपनी में काम करते हैं। साथ ही राज्य और देश में निकली सरकारी, गैर सरकारी नौकरी के लिए फॉर्म भर सकेंगे।
गुजरात से पत्नी और बच्चों के साथ कश्मीर आए अमन मेहरा ने बताया कि अब मैं न केवल वीडियो कॉल कर घर पर बात कर पा रहा हूं, बल्कि उन्हें कश्मीर की रोमांचक वादियां भी फोन पर ही दिखा पा रहा हूं। नकद लेन-देन का झंझट भी खत्म हो गया है।
कंटेंट और वर्चुअल क्लास का रास्ता खुला
श्रीनगर की छात्रा सुमेरा जान ने कहा कि कॉलेज के प्रोफेसर्स ने ई-कंटेंट और लेक्चर के वीडियो बनाकर कॉलेज की वेबसाइट पर अपलोड किए थे, पर 2जी इंटरनेट के चलते वह साइट खुल ही नहीं सकी। वह हम पूरी सामग्री डाउनलोड कर सकेंगे। साथ ही जूम जैसे प्लेटफाॅर्म पर कक्षाएं ले सकेंगे।