वाहन चालकों को हुई परेशानी:किसानों ने जिले में 16 जगह पर रोके नेशनल व स्टेट हाईवे, शांतिपूर्वक किया शक्ति प्रदर्शनकृषि कानूनों के विरोध में किसानों ने संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर शनिवार को जिला में करीब 16 जगहों पर राष्ट्रीय व स्टेट राजमार्ग जाम कर सरकार के खिलाफ खूब भड़ास निकाली। एक तरह से किसानों ने जाम लगाने के बहाने शक्ति प्रदर्शन किया। विरोध प्रदर्शन में किसानों के साथ महिलाओं की संख्या भी खूब रही। ट्रैक्टर-ट्राॅलियों व गाड़ियाें में सवार महिलाएं नारे लगाने के साथ गीत गाती हुई धरनास्थल पर पहुंची।
जिला में शांतिपूर्वक तरीके से किसानों ने दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक सड़कों को जाम रखा। इससे वाहन चालकों को परेशानी झेलनी पड़ी। पुलिस के कहने पर कुछ वाहन चालकों ने लिंक मार्गों से अपने वाहन निकाले तो ज्यादातर हैवी व्हीकलों के चालकों ने कुछ दूरी पर ही अपने वाहनों को साइड में खड़े रखा। जाम खुलने के बाद ही वाहन चालक अपने गंतव्य की ओर रवाना हुए।
वहीं किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए भारी पुलिस बल धरनास्थलों के आसपास जमा रहा। किसान आंदोलन के समर्थन में इस्तीफा देने वाले जिला पार्षदों, ब्लॉक समिति सदस्यों व सरपंचों को कलायत के खरक पांडवां धरनास्थल पर सम्मानित किया गया। किसानों ने यूनियन नेता राकेश टिकैत के समर्थन में नारे लगाए।
किसान संगठनों का तितरम मोड़ पर रहा मुख्य जाम
विभिन्न किसान संगठनों ने संयुक्त रूप से जींद चंड़ीगढ़ मार्ग स्थित तितरम मोड पर जाम लगाने के लिए किसानों से आह्वान किया हुआ था। इसके चलते सुबह 10 बजे से किसानों का आना शुरू हो गया था और पौने 12 बजे किसानों ने आड़े तिरछे ट्रैक्टर खड़े कर हिसार चंडीगढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग व जींद चंडीगढ़ राज्यमार्ग पर जाम लगा दिया। धरने में जहां भाकियू जिलाध्यक्ष होशियार सिंह गिल, जिला पार्षद बबली चंदाना, कांग्रेस नेता बिल्ल चंदाना, जिला आढ़ती एसोसिएशन के प्रधान अश्विनी शोरेवाला, पूर्व प्रधान रामनिवास मित्तल, शमशेर सिंह व भरत सिंह बेनिवाल ने संबोधित किया। डीएसपी कुलवंत सिंह के नेतृत्व में भारी पुलिस बल तैनात रहा, वहीं ड्यूटी मजिस्ट्रेट के तौर पर डीडीपीओ जसविंद्र सिंह मौजूद रहे।
चंदाना, हरसोला, प्यौदा मार्ग से डायवर्ट हुए वाहन
तितरम मोड पर जाम के कारण वाहनों के रूट डायवर्ट किए गए। कैथल से जींद, कलायत की ओर से जाने वाले वाहन चालकों को वाया चंदाना, तितरम गांव में होकर भेजा गया। वहीं राजौंद की तरफ वाले वाहन प्यौदा, डयोडखेड़ी के रास्ते होकर गुजरे। वहीं जींद से कैथल की ओर आने वाले वाहनों को तितरम गांव से ही हरसोला के रास्ते निकाला गया।
पकौड़ों का स्वाद चखा, बुजुर्गों ने गुड़गुड़ाए हुक्के
जाम लगाकर धरने पर बैठे किसानों को गर्मागर्म पकौड़े वितरित किए गए। किसानों को फल भी बांटे गए। कुछ किसान ट्रैक्टर-ट्राॅलियों में बैठकर ताश खेल रहे थे तो कुछ युवक ट्रैक्टर पर डीजे बजाकर जय जवान जय किसान के नारे लगा रहे थे। कुछ बुजुर्गों हुक्का गुड़गुड़ाते नजर आए।
नेशनल व स्टेट हाइवे 3 घंटा रहे जाम, सरकार के खिलाफ की नारेबाजी
कृषि कानूनों के विरोध में संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर किसानों ने जिला में करीब 16 जगहों पर नेशनल व स्टेट हाइवे जाम किए गए। कैथल में मुख्य रूप से किसानों ने जींद रोड स्थित तितरम मोड पर हिसार चंडीगढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग व जींद चंडीगढ़ स्टेट हाइवे को जाम किया। कलायत में खरकपांडवां के समीप नेशनल हाइवे रोका तो गांव शिमला में जाम लगाया।
गुहला चीका के किसानों ने चीका शहीद उद्यम चौक, पंजाब हरियाणा बॉर्डर पर टटियाना टोल, कैथल पटियाला मार्ग स्टेट हाइवे पर पीडल, गांव कांगथली के अलावा चीका पेहवा रोड पर भागल व अगोंध में हाइवे रोके। कैथल करनाल रोड पर पूंडरी में गुरु ब्रह्मानंद चौक पर रास्ता जाम किया। जींद कुरुक्षेत्र मार्ग पर किसानों ने पाई गांव में चक्का जाम रखा। वहीं राजौंद में असंध कैथल रोड, राजौंद से पूंडरी मार्ग पर सेरधा गांव में, जींद कैथल मार्ग पर किठाना व गुलियाना अड्डे पर किसानों ने तीन घंटे तक जाम लगाया। वहीं कौल में करनाल-पटियाला हाइवे पर नहर पुल पर धरना प्रदर्शन कर तीन घंटे जाम किया।