रिसर्च में दावा:कंप्यूटर बता देगा कोरोना से मौत कब होगी, डेटा रिसर्च के बाद आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस 90% सटीक जानकारी देने में सक्षमकंप्यूटर के जरिए यह पता लगाया जा सकता है कि कोरोना संक्रमित मरीज की मौत कब होगी। कोपेनहेगन यूनिवर्सिटी ने हालिया रिसर्च में इस बात का दावा किया है। शोधकर्ताओं ने बताया कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) मरीज के डेटा के अध्ययन से मौत की 90% सटीक जानकारी देने में सक्षम है। यह स्टडी प्रसिद्ध जर्नल नेचर में भी छपी है।
वैक्सीनेशन के लिए मरीज की प्रायोरिटी तय हो सकेगी
रिसर्च में बताया गया है कि इस प्रणाली के उपयोग के दो पहलू हैं। पहला- अस्पतालों में रोगियों की संख्या का अनुमान लगाना और दूसरा-वैक्सीनेशन के लिए मरीज की प्रायोरिटी तय करना। शोधकर्ताओं ने बताया कि इस रिसर्च में मरीज में मुख्य रूप से बॉडी मास इंडेक्स (BMI), लिंग और उच्च रक्तचाप महत्वपूर्ण हैं। इससे बहुत सारी जानकारियां मिल जाती हैं जो प्रेडिक्शन के लिए पर्याप्त हैं।
रिसर्च में अभी कोपेनहेगन और जियालैंड रीजन के मरीजों के डेटा के आधार पर परिणाम देखे गए हैं। इसमें कोरोना मरीज के अस्पताल में भर्ती होने के बाद कंप्यूटर 80 प्रतिशत सटीकता के साथ अनुमान लगा सकता है कि मरीज को श्वासयंत्र (respirator) की आवश्यकता होगी या नहीं।
शोध से जुड़े तकनीकी कार्य अभी भी बाकी
रिसर्च से जुड़ी मेड्स निल्सन ने कहा, कंप्यूटर कभी भी डॉक्टर के असेसमेंट को गलत नहीं ठहरा सकता। लेकिन वह हाॅस्पिटल और डॉक्टर की मदद जरूर कर सकता है। हालांकि, इस शोध से जुड़े तकनीकी कार्य अभी भी बाकी हैं। हेल्थ डेटा को सभी राज्यों से जुटाना इसमें सबसे अहम है। इसके बाद ही संक्रमित मरीजों के रिस्क फैक्टर का पता लगाया जा सकेगा। यह रिसर्च कोपेनहेगन यूनिवर्सिटी ने रिग्स, बिस्पेबजर्ग और फ्रेडरिक्सबर्ग हॉस्पिटल के साथ मिलकर की है।