अमेरिका के वित्तीय क्षेत्र में समस्या:मीम स्टॉक और रॉबिनहुड निवेशकों से घबराया अमेरिका, समस्या से निपटने ताबड़तोड़ बैठकें कर रहे हैं नियामकनई टेक्नोलॉजी से पुरानी धारणाएं ध्वस्त, नौसिखिया निवेशकों से अमेरिकी बाजार अस्थिर
सोशल मीडिया वेबसाइट और स्मार्टफोन के जरिए निवेश की सुविधा ने अमेरिका में वित्तीय क्षेत्र के लिए नई समस्या पैदा कर दी है। दुनिया के सबसे व्यवस्थित माने जाने वाले शेयर मार्केट में अस्थिरता और असुरक्षा का माहौल बढ़ गया है। इससे उबरने के लिए अमेरिका की ट्रेजरी सेक्रेटरी जेनेट एल येलन ने सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज कमीशन, कमोडिटी फ्यूचर ट्रेडिंग कमीशन, फेडरल रिजर्व और फेडरल रिजर्व बैंक ऑफ न्यूयॉर्क के अधिकारियों की एक बैठक ली।
इसमें खासतौर पर हाल की घटना पर बात हुई, जिसमें नौसिखिया खुदरा निवेशकों ने सोशल मीडिया की भेड़चाल में गेमस्टॉक जैसी दोयम दर्जे की कंपनी (जिसे मीम स्टॉक भी कहा जा रहा है) के शेयरों को 1700 फीसदी से ज्यादा की बढ़त दिला दी। अमेरिका में पिछले साल भर से सोशल मीडिया वेबसाइट के यूजर्स शेयर बाजार में टूट रहे हैं।
ये रॉबिनहुड निवेशक कंपनियों की मजबूत स्थिति जाने बगैर केवल सोशल मीडिया पर उड़ाई गई सच्ची झूठी अफवाहों पर विश्वास करके मोबाइल एप के माध्यम से धड़ाधड़ खरीदी करने लगते हैं। हाल ही में गेमस्टॉप, एएमसी, ब्लैकबेरी जैसे कई शेयरों में कई गुना तक तेजी और गिरावट देखने को मिली। वित्तीय क्षेत्र के दिग्गजों का मानना है कि तकनीक की उपलब्धता और सोशल मीडिया के चलते बाजार में सनकी निवेशक बढ़ रहे हैं।
इसे चिंता का विषय मानते हुए विशेषज्ञ नियमों को बदलने की जरूरत बता रहे है? अमेरिका के ट्रेजरी सेक्रेटरी जैनेट एल येलेन ने कहा कि हमें वास्तव में यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि फाइनेंशियल मार्केट सही ढंग से, कुशलता से काम करें और निवेशकों की सुरक्षा की जाए। निश्चित रूप से हम इन घटनाओं को बहुत ध्यान से देख रहे हैं।
क्या होते हैं “मीम स्टॉक”?
अमेरिकी शेयर बाजार में दोयम दर्जे वाले शेयरों को मीम स्टॉक (माखौल बनाने लायक शेयर) का नाम दिया जा रहा है। ये शेयर बुनियादी रूप से कमजोर होते हैं, लेकिन नए दौर के खुदरा निवेशकों के दम पर तेजी पकड़ते हैं।
कौन हैं रॉबिनहुड निवेशक?
रॉबिनहुड निवेशक बाजार की जानकारी न रखने वाले नए निवेशकों को कहा जाता है। दरअसल रॉबिनहुड अमेरिका की एक ब्रोकरेज फर्म है जिसने अपने ऐप के जरिए कई नौसिखिए निवेशकों को शेयर मार्केट में निवेश के लिए आकर्षित किया।