93% पैरेंट्स और 97% टीचर्स बोले- ऑनलाइन एजुकेशन बेहतर ऑप्शन नहीं, 82% बच्चों ने दोस्तों को मिस किया13 राज्यों के 65 जिलों के 1500 पैरेंट्स, टीचर्स और स्टूडेंट ने बताई अपनी राय
स्क्रीन टाइम बढ़ने से बच्चों में आंखों की तकलीफ और चिड़चिड़ापन बढ़ा
बच्चों को स्कूलों में दी जाने वाली एजुकेशन ही असरदार है। ऑनलाइन एजुकेशन के फायदे कम और लंबे समय बाद नुकसान ज्यादा हैं। यह बात दैनिक भास्कर के सर्वे में सामने आई है। यह सर्वे देश के 13 राज्यों के 65 जिलों में 1500 पैरेंट्स, टीचर्स और स्टूडेंट के बीच कराया गया।
सर्वे में 93% पैरेंट्स ने ऑफलाइन एजुकेशन को ही बेहतर माना। 97% टीचर्स ने कहा कि स्कूल में आमने-सामने की पढ़ाई से बच्चे ज्यादा आत्मविश्वास दिखाते हैं। 94% स्टूडेंट्स ने माना कि कैंपस बंद होने से गेम्स और दोस्तों के साथ ही लाइब्रेरी के पीरियड को बहुत मिस किया।
टीचर्स बोले- ऑनलाइन पढ़ाई में क्लास रूम जैसा माहौल नहीं बना; बच्चों ने कहा- मन की बात तो पूछ ही नहीं पाए…