सुरक्षा को मजबूती:वीवीआईपी के चालकों को प्रशिक्षण दे रहे एनएसजी कमांडो, पंचकूला में ऑफेंसिंव व डिफेंसिव मोड की ट्रेनिंग शुरूप्रदेश के सभी वीवीआईपी के काफिलों में गाड़ियां चलाने वाले ड्राइवरों को एनएसजी कमांडो की ओर से पंचकूला में प्रशिक्षण दिया जा रहा है। करीब 35 ड्राइवरों को ऑफेंसिव व डिफेंसिव ड्राइविंग की ट्रेनिंग दी जाएगी, ताकि वीवीआईपी की सुरक्षा में किसी तरह की कमी न रहे। जिन ड्राइवरों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है, उनमें सीएम के काफिले में कार्यरत चालक भी शामिल हैं।
इन चालकों को टर्न वाइज प्रशिक्षण दिया जाएगा। बाकायदा एनएसजी की एक विशेष टीम यह प्रशिक्षण देने के लिए आई है, जो सुरक्षा के लिहाज से हर तरह की बारीकियां चालकों को बता रही है। काबिलेगौर है कि अम्बाला में कुछ व्यक्ति सीएम के काफिले में पहुंच गए थे, जबकि करनाल और उचाना में सीएम व डिप्टी सीएम के लिए तैयार किए गए हेलीपैड को किसानों ने नुकसान पहुंचाया था, इसके बाद स्थिति को भांपते हुए ये कार्यक्रम रद्द करने पड़े थे।
यह मिलेगा प्रशिक्षण
पंचकूला में एनएसजी की जो टीम यह ट्रेनिंग दे रही है, उसमें विशेषज्ञ शामिल हैं। जो ड्राइविंग की हर बारीकी से अवगत करा रहे हैं। वीवीआईपी के काफिले में लगे चालकों को यह प्रशिक्षण विशेष रूप से दिया जा रहा है। इसमें प्रमुख रूप से गाड़ी को मोड़ना, भीड़ से सुरक्षित तरीके से निकालना, टर्न वर्गरा, जिग जैग, वाई और यू टर्न आदि। एकदम रास्ता ब्लाक हो गया तो किस तरह से गाड़ी को ले जाएं आदि की जानकारी दी जा रही है।
हेलीपैड को नुकसान पहुंचा चुके हैं उपद्रवी
प्रदेश में पिछले करीब दो माह से चल रहे किसान आंदोलन को लेकर कई बार ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं। सीएम मनोहर लाल के करनाल के पाढ़ा गांव में दौरे से पहले हेलीपैड क्षतिग्रस्त कर दिया गया था। इसके बाद करनाल के कैमला में जनसभा होनी थी।
यहां पर भी काफी संख्या में किसान पहुंच गए थे। सीएम मनोहर लाल की सूझबूझ से किसी तरह का नुकसान नहीं हुआ, क्योंकि उन्होंने खुद हेलीकॉपटर को लैंड न करने की सलाह दी थी। उन्होंने कहा था कि किसान भी अपने ही हैं।
प्रदेश की सुरक्षा बढ़ाई गई
प्रदेश में खुफिया तंत्र पहले से और सजग हो गया है। भीड़ पर नजर रखने के लिए ड्रोन का सहारा लिया जा रहा है, वहीं हर पल की रिपोर्ट तैयार हो रही है। हाल में सुरक्षा-व्यवस्था बढ़ाई गई है।
फिलहाल वीवीआईपी के काफिलों में लगे चालकों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसके लिए एनएसजी की विशेष टीम लगी है। करीब 35 चालकों को यह प्रशिक्षण दिया जाएगा।