शशिकला के जेल से छूटने के बाद AIADMK में घमासान, खुद को जयललिता का वारिस दिखाने की होड़तमिलनाडु में अप्रैल में विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री अम्मा यानी स्व. जयललिता का सच्चा वारिस कौन है? यह साबित करने के लिए उनकी पार्टी AIADMK में फिर जंग तेज होे गई है। जयललिता की करीबी और पूर्व पार्टी प्रमुख शशिकला 4 साल की सजा काटकर जेल से बाहर आ गई हैं। तमाम ओपिनियन पोल विपक्षी पार्टी DMK को आगे दिखा रहे हैं। ऐसे में शशिकला के आने के बाद राज्य और उनकी पार्टी में सरगर्मी तेज हो गई है।
शशिकला 24 फरवरी को जेल से छूटी थीं। इसके बाद कोरोना संक्रमित होने से हॉस्पिटल में रहीं। एक फरवरी को वे अस्पताल से लग्जरी गाड़ी टोयोटा प्राडो से बाहर निकलीं। उन्हें पार्टी से निकाला जा चुका है, लेकिन उनकी गाड़ी पर AIADMK का झंडा लगा था। जयललिता भी इसी ब्रांड और मॉडल की गाड़ी से चलती थीं। असल में यह गाड़ी नहीं बल्कि पार्टी के दोनों गुटों यानी पलानीसामी और पन्नीरसेल्वम को संदेश था। इसका मतलब था कि अम्मा की असली राजनीतिक वारिस शशिकला यानी चिन्ना अम्मा (जूनियर अम्मा) ही हैं।भ्रष्टाचार के मामले में जेल गई थीं शशिकला
शशिकला आय से अधिक संपत्ति और भ्रष्टाचार के मामले में 14 फरवरी 2017 को जेल गई थीं। उस समय शशिकला ने अनजान ई पलानीसामी को मुख्यमंत्री बनाया था, लेकिन अब स्थितियां पलट गई हैं। पलानीसामी ने खुद को पार्टी में मजबूत कर लिया है। उप मुख्यमंत्री पन्रीरसेल्वम का दूसरा धड़ा बन गया है। वर्तमान में पार्टी का बहुमत नहीं चाहता है कि शशिकला दोबारा पार्टी में आएं।
जयललिता के समय बेहद मजबूत थीं शशिकला
जयललिता के समय शशिकला और उनका कुनबा ही पार्टी में सबसे मजबूत था। शशिकला के परिवार पर बेहिसाब पैसा बनाने का आरोप लगा। अब पार्टी नेता नहीं चाहते कि शशिकला गुट का दोबारा पार्टी पर कब्जा हो। इसीलिए, राज्य के CM पलानीसामी ने साफ किया कि शशिकला का AIADMK से कोई संबंध नहीं है।
AIADMK का निशान हासिल करने कोर्ट जाएंगी
शशिकला AIADMK पार्टी के दो पत्तियों वाले पुराने और ऐतिहासिक चुनाव चिन्ह को हासिल करने के लिए फिर से कोशिश कर रही हैं। जल्दी ही वे सुप्रीम कोर्ट में चुनाव आयोग के फैसले के खिलाफ क्यूरेटिव याचिका लगाएंगी। पार्टी में विवाद के बाद, 23 नवंबर 2017 को चुनाव आयोग ने पलानीसामी के नेतृत्व वाले पार्टी गुट को यह चुनाव चिन्ह आवंटित कर दिया था। सुप्रीम कोर्ट मार्च 2019 और जुलाई 2020 में इस संबंध में दो याचिकाओं को पहले ही खारिज कर चुका है।
भाजपा चाहती है शशिकला की पार्टी में वापसी
सूत्रों के मुताबिक, भाजपा चाहती है कि शशिकला को AIADMK के दोनों गुट पार्टी में फिर से शामिल करें। साथ ही, पलानीसामी (EPS) और पन्नीरसेल्वम (OPS) गुट आपसी लड़ाई खत्म करें। भाजपा को डर है कि ऐसा न करने से पार्टी में एक गुट और बनेगा, जिससे चुनाव में नुकसान होगा।