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राई में 70 दिन से सड़कें जाम:उद्योगपति बोले- 3800 इंडस्ट्रीज बंद होने के कगार पर,

राई में 70 दिन से सड़कें जाम:उद्योगपति बोले- 3800 इंडस्ट्रीज बंद होने के कगार पर, रास्ता दें, संयुक्त मोर्चे ने कहा- चर्चा कर सकारात्मक पहल करेंगेउद्योगपतियों और किसानों के बीच रास्ता देने के लिए पहली बैठक
पिछले 70 दिन से बंद रास्ते को लेकर प्रशासन ने पहल की है। डीसी श्यामलाल पूनिया व एसपी जश्नदीप सिंह रंधावा ने उद्योगपतियों व किसान नेताओं के बीच एक संयुक्त मीटिंग कराई। इसमें उद्योगपतियों ने किसान नेताओं से अपील की है कि रास्ता बंद होने से राई, कुंडली, नाथूपुर व मुरथल की करीब 3800 इंडस्ट्रीज बंद होने के कगार पर हैं।

यदि जल्द उनका रास्ता नहीं खोला गया तो उद्यमियों को बड़ा झटका लगेगा। इस पर किसान नेता डॉ. दर्शनपाल सिंह ने आश्वासन दिया कि वे संयुक्त किसान मोर्चा की मीटिंग में इस विषय पर चर्चा करेंगे और प्रयास करेंगे कि सकारात्मक परिणाम सामने आए। एचएसआईआईडीसी कुंडली के कार्यालय में आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते डीसी श्याम लाल पूनिया ने किसान यूनियनों के नेताओं को कुंडली के उद्योगपतियों की मांग व समस्याओं से अवगत कराया।

डीसी ने कहा कि ग्रामीणों व औद्योगिक इकाइयों के संचालकों ने किसानों को आंदोलन के दौरान सहयोग दिया है। ऐसे उनकी समस्याओं पर विशेष रूप से सोचना चाहिए। जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन ने किसानों को दो विकल्प देते हुए कहा कि इनमें से किसी पर भी सहमति बनाई जा सकती है।

ऐसा करने से औद्योगिक इकाइयों को उनका सामान लाने-ले जाने की सुविधा मिलेगी। एसपी जश्नदीप सिंह रंधावा ने कहा कि अन्य जिलों में औद्योगिक इकाइयों के लिए किसानों ने रास्ता दिया है। आपसी तालमेल से समस्या का समाधान संभव है।

किसान बोले- हम किसी का नुकसान नहीं चाहते

संयुक्त किसान मोर्चा के नेता डॉ. दर्शनपाल सिंह ने कहा कि वे आंदोलनरत सभी संगठनों से बातचीत करने के बाद ही कोई निर्णय लेंगे। किसानों ने कहा वे भी किसी का नुकसान नहीं चाहते। ग्रामीणों व औद्योगिक एसोसिएशन से मिले सहयोग को किसान कभी भूला नहीं सकेंगे।

किंतु वे यहां अपने स्तर पर कोई भी निर्णय नहीं लेंगे। किसान आंदोलन में शामिल सभी संगठनों व गैर-संगठित किसानों से विचार-विमर्श करने के बाद ही वे फैसला लेंगे। किसानों ने धरनास्थल पर बिजली, पानी व शौचालय और साफ-सफाई की सुविधा में वृद्धि करने की मांग भी की है।

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