लद्दाख की नूबरा वैली:यहां पेड़ों पर उगाए जाते हैं ग्लेशियर, ताकि पानी की कमी पूरी की जा सकेलद्दाख की नूबरा वैली। यहां पेड़ों पर आर्टिफिशियल ग्लेशियर उगाए जाते हैं ताकि उनसे पानी की कमी पूरी की जा सके। नूबरा वैली समुद्र तल से 10 हजार फीट की ऊंचाई पर है। यहां की आबादी करीब 22,400 है। सर्दियों में यहां का तापमान माइनस 30 डिग्री तक पहुंच जाता है। इस दौरान नदी-झीलें जम जाती हैं।
इस बीच रोजमर्रा के कामों के लिए पानी मिलना मुश्किल हो जाता है। जिसे दूर करने के लिए स्थानीय लोग पेड़ों पर ग्लेशियर उगाने लगे। तापमान सामान्य होने पर ये ग्लेशियर पिघलते हैं और लोगों को जरूरत के हिसाब से पानी मिलता है। इन ग्लेशियरों से मिलने वाले पानी का इस्तेमाल खेती में किया जाता है।ऐसे बनते हैं ग्लेशियर
यहां रहने वाले डॉक्टर मेहदी बताते हैं- ‘नूबरा वैली के सभी पांच गांव इन्हीं ग्लेशियरों पर निर्भर हैं। ग्लेशियर बनाने के लिए पाइप के जरिए पेड़ों की ऊंचाई तक पानी पहुंचाया जाता है। फिर उस पानी को धीरे-धीरे नीचे गिराया जाता है, जो ज्यादा ठंड बढ़ने पर जमने लगता है। धीरे-धीरे यह पानी छोटे-छोटे ग्लेशियरों का रूप ले लेता है।’