मन की बात कार्यक्रम में जिक्र:5 तालाब बना बतौड़ गांव ने दूषित पानी को बनाया सिंचाई लायकगांव बतौड़ का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया मन की बात में जिक्र
तालाबों के पानी से 50 एकड़ जमीन में होती है सिंचाई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को मन की बात कार्यक्रम में पंचकूला के जिस बतौड़ गांव का जिक्र किया। उस गांव में दूषित पानी को साफ कर 50 एकड़ जमीन में सिंचाई की जाती है। खास बात यह है कि पानी को साफ करने के लिए किसी वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का इस्तेमाल नहीं किया जाता। गांववासियों की अपनी तकनीक है, जिसके जरिए वे एक से दूसरे तालाब में पानी सप्लाई करते हैं।
गांव के साथ ही चार एकड का तालाब है, जिसकी गहराई 5 से 8 फुट के बीच है। ऐसे में सबसे पहले तालाब को पांच हिस्सों में बांटा गया, इसके बीच में ही कच्चे बांध बनाए गए। वहीं उन बांधों के नीचे से पाइप एक हिस्से से दूसरे हिस्से में जोड़े गए। ऐसे में सीवरेज या गंदा पानी एक हिस्से में जमा होता था और फिल्टर जालियों के जरिए पानी साफ होता रहता है। पहले के मुकाबले दूसरे हिस्से में जाते वक्त पानी साफ होते जाता है। ऐसा करते हुए पांचवें हिस्से में जो पानी आता है, वह साफ जैसा होता है, क्योंकि उसकी सारी गंदगी पिछले हिस्सों में जमा हो जाती है।
इस पानी का इस्तेमाल सिंचाई के लिए किया जाता है। बतौड़ ग्राम पंचायत ने अपने गांव की सबसे बड़ी समस्या का समाधान तो किया ही है, वहीं उस समस्या को राहत के रूप में बदल कर एक मिसाल कायम की है। खास बात यह है किसानो को पानी लेने के लिए इंजन में तेल का खर्चा वहन करना पड़ता है। बाकि सबकुछ फ्री है।
40 साल से थी गांव में गंदे पानी की समस्या, हर चुनाव में नेता इस समस्या को दूर करने का वादा करते थे
यह तालाब एक साल पुराना है, लेकिन इनसे गांव की 40 साल पुरानी समस्या को दूर कर दिया। गांव का सारा गंदा पानी में तालाब में जाता रहा था, लेकिन तालाब से इस पानी की निकासी को लेकर कोई प्रबंधन नहीं था, जिससे तालाब से लगते घरों में गंदा पानी घुसा रहता था। गांव के बुजुर्गाें के अनुसार, हर बार चुनाव में ये मद्दा बनता था। इसको लेकर गांव के लोगों ने प्रशासन से लेकर सरकार को कई बार गुहार लगाई थी। लेकिन कहीं से भी कोई हल नहीं निकला। जिसके बाद वर्ष 2016 में ग्राम पंचायत बतौड़ ने इस समस्या पर काम करना शुरू किया।
क्षेत्र के विधायक एवं स्पीकर गांव पहुंचे: रविवार को हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता यहां बतौड़ गांव में पहुचें। जहां गांव के लोगों से मुलाकात की और इस पूरे प्रोजेक्ट को देखा। इस दौरान गुप्ता ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद पंचकूला में पांच साल तक रहकर गए हुए हैं। उन्हें पंचकूला के बारे में पूरी जानकारी है। मोदी ने बतौड़ गांव का जिक्र किया है, ये अपने आप में गर्व की बात है।
छोटे-बड़े सभी किसानों को मिलता है पानी
पांचवे तालाब से पानी की लाइन को बिछाया हुई है। जो यहां से पंचायती खेतों तक जाती है। पंचायती जमीन के साथ लगते छोटे किसानों को भी ये पानी दिया जाता है। एक बड़े हिस्से में उग रही फसल को पानी देने के लिए ट्यूबवेल की जरूरत ही नहीं है। जिसको सिंचाई के लिए पानी की जरूरत पड़ती है। वह इंजन में अपना तेल डालकर सिंचाई के लिए पानी का इस्तेमाल कर सकता है।