सहोदया का सर्वे:प्री-बोर्ड परीक्षा, ऑनलाइन क्लास अटेंड करने और स्कूल जाने से छात्रों का परफॉर्मेंस 24% बेहतर हुआ20 हजार परीक्षार्थियों में से 12 हजार का औसत रिजल्ट 84% रहा
140 सीबीएसई स्कूल हैं शहर में, 20 हजार विद्यार्थी हैं दोनों कक्षाओं के, 08 हजार कोरोना व अन्य कारणों से अनुपस्थित रहे
शहर के सीबीएसई स्कूलों में नौवीं और ग्यारहवीं के छात्रों की अर्द्धवार्षिक, 10वीं और 12वीं की प्री-बोर्ड परीक्षाएं हाल ही में हुई। इसमें जिन छात्रों ने ऑनलाइन क्लास अटेंड की और ऑफलाइन क्लास के लिए स्कूल भी पहुंचे उनका रिजल्ट क्लास अटेंड न करने वाले विद्यार्थियों से 25 प्रतिशत बेहतर रहा है।
यह तथ्य सहोदया के सर्वे में सामने आया है। उल्लेखनीय है कि दिसंबर से स्कूलों में ऑफलाइन क्लासेस शुरू हुईं हैं। इस सर्वे में शहर के 140 सीबीएसई स्कूल शामिल हैं। औसतन हर स्कूल में 10वीं-12वीं में 100-100 बच्चे हैं। इस लिहाज से दोनों कक्षाओं में 28 हजार विद्यार्थी हैं। ऑफलाइन प्री-बोर्ड परीक्षा में करीब 20 हजार ने भाग लिया। वहीं आठ हजार कोरोना संक्रमण या फिर अन्य किसी वजह से शामिल नहीं हुए। जो 20 हजार विद्यार्थी परीक्षा में शामिल हुए, उनमें 12 हजार ऐसे हैं, जिन्होंने ऑनलाइन क्लास अटेंड करने के साथ ऑफलाइन क्लास के लिए स्कूल भी गए।
इनका औसत रिजल्ट 84 प्रतिशत रहा। यह लॉकडाउन में हुईं परीक्षाओं के औसत रिजल्ट 60 प्रतिशत से 24 प्रतिशत ज्यादा रहा। वहीं 8 हजार विद्यार्थियों का रिजल्ट 59 प्रतिशत रहा। ये ऐसे विद्यार्थी हैं, जिन्होंने न ऑनलाइन क्लास अटेंड की और न ही ऑफलाइन क्लास के लिए स्कूल गए, यानी क्लास अटेंड करने वालों का रिजल्ट इनसे 25 प्रतिशत अच्छा रहा।
जो स्कूल नहीं आ रहे, उनका परफॉर्मेंस गिर रहा है
हम लगातार पालकों से छात्रों को स्कूल भेजने को लेकर अनुरोध करते आ रहे हैं, लेकिन वे छात्रों को स्कूल भेजने में रुचि नहीं ले रहे हैं। ऐसे में छात्रों का परफॉर्मेंस लगातार गिर रहा है, जिसके कारण आगामी बोर्ड परीक्षाओं का रिजल्ट खराब होने की अंदेशा रहेगा।- मोहित यादव, प्रिंसिपल, एनी बेसेंट स्कूल
9वीं और 11वीं के छात्रों की प्री-एन्वल एग्जाम ले रहे हैं। इसमें आने वाले छात्रों की संख्या केवल 60 प्रतिशत ही रही है। डाउट क्लियरिंग सेशन व एग्जाम की तैयारी को लेकर आने वाले छात्रों का परिणाम काफी बेहतर रहा है। उनमें परीक्षा को लेकर डर भी कम हुआ है। संभवत: मुख्य परीक्षा में 100 प्रतिशत छात्र पहुंचेंगे। – पिंकी जोशी, प्रिंसिपल, सन्मति हायर सेकंडरी स्कूल
जिन्होंने ऑनलाइन क्लास अटेंड नहीं की वे बच्चे परीक्षा देने भी नहीं आए। ऐसे में अगामी परीक्षाओं में उनके परिणाम पर असर देखने को मिल सकता है। हम छात्रों व पालकों की लगातार काउंसलिंग भी कर रहे हैं। -अजय शर्मा, प्रिंसिपल, डीपीएस
सभी स्कूल इस समय कोविड-19 की गाइड लाइन का सख्ती से पालन कर रहे हैं। ऐसे में छात्र स्कूलों में पूरी तरह से सुरक्षित हैं। पालकों को अपने बच्चों को स्कूल भेजना चाहिए और परीक्षाओं में शामिल कराना चाहिए। मुख्य परीक्षाएं सिर पर हैं, अगर वे इसे गंभीरता से नहीं लेंगे तो इसका असर उन्हें बोर्ड परीक्षा के खराब परिणामों में देखने को मिल सकता है। – यूके झा, अध्यक्ष, सहोदया ग्रुप