किसान आंदोलन:हिंसा के बाद पीएम ने पहली बार तोड़ी चुप्पी, बोले- वार्ता से हल निकलेगा, एक कॉल की ही दूरी हैकानून पर अमल दो साल रोकने के प्रस्ताव पर सरकार कायम
नए कृषि कानूनों को लेकर विरोध कर रहे किसानों की मांगों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुप्पी तोड़ी है। शनिवार को संसद के बजट सत्र को लेकर हुई सर्वदलीय बैठक में मोदी ने कहा, ‘सरकार किसानाें से वार्ता करने के लिए हमेशा तैयार है। सरकार ने 22 जनवरी को जो प्रस्ताव दिया था, वह अब भी बरकरार है।
हल वार्ता से ही निकलना चाहिए।’ बैठक में उन्होंने कहा, ‘मैं कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर की ओर से किसानों से कही गई बातें दोहराना चाहता हूं। उन्होंने कहा था कि हम सहमति (नए कृषि कानूनों पर) तक नहीं पहुंचे हैं, लेकिन हम आपको प्रस्ताव दे रहे हैं। मैं आपसे सिर्फ एक फोन कॉल दूर हूं। आप जब भी कॉल करेंगे, मैं वार्ता के लिए तैयार हूं।’ बैठक में विपक्षी दलाें ने कहा कि कृषि कानूनाें पर संसद के दोनों सदनों में फिर चर्चा हो।
वहीं किसान नेता राकेश टिकैत ने पीएम के बयान का स्वागत करते हुए कहा हम वार्ता को तैयार हैं, लेकिन कुंडली बॉर्डर पर स्थिति सामान्य कराएं।’दूसरी ओर हरियाणा-पंजाब से हजारों किसानों के दल शनिवार को भी ट्रैक्टराें पर सवार होकर सिंघु-टिकरी बाॅर्डर पहुंचे। गाजीपुर बॉर्डर पर भी हजारों किसान पहुंच रहे हैं। उधर, मथुरा जिले के नौहझील में भी महापंचायत में हजारों किसान पहुंचे।
गाजीपुर, टिकरी, सिंघु में इंटरनेट व एनएच 24 बंद
राकेश टिकैत के समर्थन में गाजीपुर बाॅर्डर पर बड़ी संख्या में किसान पहुंच रहे हैं। प्रशासन ने दिल्ली-गाजियाबाद को जोड़ने वाले एनएच-24 को बंद कर दिया है। पीएसी, अारएएफ तैनात कर दी गई हैं। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने दिल्ली में गाजीपुर, टिकरी और सिंघु बॉर्डर पर रविवार तक इंटरनेट बंद कर दिया है।
गांधीजी की पुण्यतिथि पर किसानाें का उपवास
26 जनवरी काे लाल किले पर, बाद में सिंघु तथा टिकरी बाॅर्डर पर हुई हिंसा के विराेध में किसानाें ने शनिवार काे गांधीजी की पुण्यतिथि को सद्भावना दिवस के रूप में मनाया। इस दौरान किसानों ने एक दिन का उपवास रखा। योगेंद्र यादव ने कहा कि दोषियों को सजा दी जाए। किसान सरकार से वार्ता के लिए पहले दिन से तैयार हैं।
इनेलो, कांग्रेस ने दिया टिकैत को समर्थन
भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत को राजनीतिक दल खुलकर समर्थन देने लगे हैं। शनिवार को यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, दिल्ली कांग्रेस नेता अलका लांबा, हरियाणा से कांग्रेस सांसद दीपेंदर सिंह हुड्डा और इनेलो के प्रमुख अभय सिंह चौटाला भी समर्थकों के साथ गाजीपुर बॉर्डर पहुंचे।
स्थानीय लोग फिर पहुंचे पुलिस ने तारबंदी कीे
कुंडली बॉर्डर पर फिर से कुछ स्थानीय लोग इक्कट्ठे होकर किसानों के पास पहुंचे। किसान नेताओं ने उन्हें समझाकर लौटा दिया। स्थानीय लोग विरोध करने न आ सकें, इसके लिए पुलिस ने दिल्ली की तरफ 3 किलोमीटर तक बैरिकेड लगा दिए हैं। टिकरी बॉर्डर, लोकल रास्तों पर तारबंदी कर दी गई है।
राजेवाल ने कहा- आंदोलन स्थल पर टकराव में आरएसएस और भाजपा का हाथ
सिंघु व टिकरी बाॅर्डर पर हुए टकराव में आरएसएस और भाजपा का हाथ है। दोनों संगठन ग्रामीणों को उकसा कर किसानों पर पथराव करवा रहे हैं। भाकियू नेता बलबीर सिंह राजेवाल ने कहा- 2 फरवरी तक धरना स्थल पर फिर से बड़ा जमावड़ा बनेगा। 26 जनवरी के बाद किसान लौटने लगे थे, लेकिन खुशी है राकेश टिकैत ने स्थिति को संभाला। पुलिस के नोटिस का जवाब देंगे। सरकार मीटिंग को बुलाएगी तो हम जरूर जाएंगे।