किसानों पर पथराव का मामला:कितलाना में पारित प्रस्तावों पर कार्रवाई करे सरकार वरना कड़े फैसले लेगी महापंचायत27-28 जनवरी को सिंघु और गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों पर पथराव करने वालों के खिलाफ हत्या प्रयास का केस दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार करने व कोताही बरतने वाले अफसरों पर कार्रवाई की मांग
किसान आंदोलन शुरू होने के 66 दिन बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कह रहे हैं कि वे महज एक फोन की दूरी पर हैं। लेकिन उनकी कथनी और करनी में अंतर है। ये आरोप कितलाना टोल पर किसानों के धरने पर बोलते हुए वक्ताओं ने लगाए। रविवार को किसान नेता राजू मान ने चार प्रस्ताव रखे, जिसमें मांग की गई कि 27-28 जनवरी को सिंघु और गाजीपुर बॉर्डर पर पुलिस की मौजूदगी में जिन लोगों ने किसानों पर पथराव किया उनपर 307 का केस दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार करें। जिन अधिकारियों की ड्यूटी थी और कोताही बरती उन पर भी मुकदमा दर्ज हो। वहीं अनिश्चित कालीन धरने के 38वें दिन नरसिंह डीपीई, मास्टर ओमप्रकाश, राजसिंह जताई, बिजेंद्र बेरला, मंगल सुई, राकेश आर्य, रणधीर कुंगड़, सुभाष यादव ने संयुक्त रूप से अध्यक्षता की। मंच संचालन गंगाराम श्योराण ने किया।
चारू फ्री लड़ेंगी किसानों के केस
कितलाना टोल पर चल रहे धरने को समर्थन देने के लिए पूर्व कस्टम अधिकारी एसपी सांगवान की पुत्री एवं दिल्ली सुप्रीम कोर्ट की एडवोकेट चारु सांगवान पहुंची। उन्होंने कहा कि वह किसानों पर बने मुकदमे को सुप्रीम कोर्ट में बिल्कुल फ्री लड़ेगी और अच्छे ढंग से पैरवी करेगी। उन्होंने अपनी ओर से धरना पर 21000 की सहयोग राशि भी भेंट की।
आंदोलन की मजबूती से सरकार का षड्यंत्र बेनकाब: आर्य
बहल| किसान आंदोलन की मजबूती ने सरकार के षड्यंत्र को बेनकाब किया है और गांव गांव से किसान दिल्ली आंदोलन में अपना समर्थन देने के लिए पहुंच रहे हैं। यह बात एडवोकेट अशोक आर्य ने रिलायंस पेट्रोल पंप के सामने चल रहे अनिश्चितकालीन धरने को संबोधित करते हुए कही। पातवान के किसानों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए धरने पर पहुंचकर अपना समर्थन दिया।
बहल क्षेत्र के सैकड़ों व्यापारियों एवं युवाओं ने मुख्य बाजारों में किसान आंदोलन के समर्थन में नारेबाजी करते हुए बहल धरना को समर्थन व आर्थिक सहयोग दिया। धरने की अध्यक्षता कर्ण सिंह लाखलाण ने की। सभा को रामचंद्र फौजी मोरका, धर्मवीर बैरासरिया, राजवीर जांगड़ा, गरवां नवीन लाखलाण, मास्टर अनिल श्योराण, मास्टर संजय बुढेड़ा, शक्ति सिंह गाढ़ा एडवोकेट, मुरारी जांगड़ा, राजेश पूनियां, राकेश पूनिया आदि ने संबोधित किया।
सयुंक्त किसान मोर्चा के तत्वावधान में सर्वजातीय महापंचायत सोमवार को
जुई| जुई में सयुंक्त किसान मोर्चा के तत्वावधान में सोमवार को 30 गावों की किसान, मजदूर, कमरे व व्यापारी वर्ग की सर्वजातीय महापंचायत होगी। महापंचायत में हर घर पर तिरंगा फहराने व प्रत्येक गांव में अलग अलग वर्गों की कमेटियों का गठन किया जाएगा। ये कमेटियां गली मोहल्लों में जाकर किसानों, मजदूरों, व्यापारियों और कमेरे वर्ग को सरकार के षड्यंत्र और कृषि कानूनों के दुष्प्रभाव से आम आदमी को जागरूक करने का प्रयास करेगी।
रविवार को धरने पर प्रधान कमल सिंह व एडवोकेट जितेन्द्र नाथ ने कहा कि किसान को हराने के लिए सरकार अपनी हठधर्मिता नही छोड़ रही। इतिहास की पहली सरकार है जो नागरिकों के ना चाहने पर भी उनका जबरदस्ती भला करना चाहती है। ये लोग कारपोरेट घरानों की देश को गुलाम बनाने वाली मानसिकता से ग्रस्त है। इनको अनुशासन, अहिंसा के साथ संघर्ष के साथ मुहतोड़ जवाब देना है। इस अवसर पर मनोज कुमार, सूरत सिंह पहलवान, सुरेश चमन, रोशन लाम्बा, होशियार सिंह सिंधु, नरेश सिंधु, प्रदीप गोलागढ़, डॉ. दयानंद रापड़िया व एडवोकेट महेंद्र सिंह समेत अनेक किसान उपस्थित थे।
सरकड़ी मिलवाना धरने पर पहुंचे 24 गांवों के किसान
ढिगावा मण्डी| 36वंे दिन खरकड़ी मिलवाना जोहड़ पर दो दर्जन गांवों के सैकड़ों किसान पहुंचे। रविवार को धरने की अध्यक्षता धर्मपाल शर्मा ढिगावा श्यामियान व जगदीश बारवास की। संदीप पायलट, प्रदीप मंडोली, कमल सिंह प्रधान, सदानंद सरस्वती सहित अनेक किसानों व किसान नेताओं ने संबोधित किया। धरने पर चुन्नीलाल खरकड़ी, जयवीर सिंघानी, राकेश सिंघानी, अजित खरकड़ी सहित अनेक लोक कलाकारों ने गीतों के माध्यम से किसानों को संदेश दिया।