रेवाड़ी के शहीद दीपक को अंतिम विदाई:पत्नी से बोला था-10 दिन में आउंगा, 2 घंटे बाद शहादत का संदेश मिला10 वर्षीय बेटे ने शहीद को सैल्यूट किया
जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में आईईडी विस्फोट में शहीद हुए रेवाड़ी के जवान दीपक कुमार का पार्थिव शरीर शुक्रवार सुबह10:30 बजे उनके पैतृक गांव जुड्डी पहुंचा। पति को ताबूत में देखते ही पत्नी पिंकी बेसुध हो गईं। मां का रो-रोकर बुरा हाल था। मां राजकुमारी ने विलाप करते हुए कहा कि पत्नी को फोन कर बताया था कि 8-10 दिन में छुट्टी आउंगा, लेकिन 2 घंटे बाद ही शहादत का संदेश मिला।
शहीद की अंतिम यात्रा में हजारों लोगों का हुजूम उमड़ा। सेना व हरियाणा पुलिस के जवानों ने शहीद को सलामी दी। इसके बाद राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। शहीद को उनके 10 साल के इकलौते बेटे रोहन ने मुखाग्नि दी। कैबिनेट मंत्री डॉ. बनवारी लाल ने शहीद को नमन किया।
उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत द्वारा प्रस्ताव पास किए जाने के बाद शहीद दीपक के नाम से खेल स्टेडियम का नामकरण किया जाएगा। दीपक की दो बहनों ने इकलौते भाई को खोया है। दीपक के पिता कृष्ण कुमार सीआरपीएफ से रिटायर थे। उनका 6 साल पहले निधन हो गया था।