पाकिस्तान के गिलगित-बाल्टिस्तान से ग्राउंड रिपोर्ट:पारा माइनस 20 डिग्री, ठंड इतनी कि अमीर इस इलाके को छोड़कर कराची-इस्लामाबाद चले गएइन दिनों कड़ाके की ठंड और भारी बर्फबारी से पाकिस्तान का गिलगित-बाल्टिस्तान इलाका भी जूझ रहा है। बीते महीने हुई दो बार की भारी बर्फबारी ने स्थानीय लोगों के लिए कई समस्याएं पैदा कर दी हैं। वे घर के अंदर रहने के लिए मजबूर हैं। जो अमीर और सक्षम हैं, वे ठंड गुजरने तक कराची और इस्लामाबाद शिफ्ट हो चुके हैं।
बुधवार को गिलगित का तापमान जीरो डिग्री था, जबकि र्स्कदू, शिगर, खरमंग, गांची, घजर, अस्तोर, हुंजा, नगर और डियामेर भी ठंड और बर्फबारी से हालात काफी खराब बने हुए हैं। इन इलाकों में पारा माइनस 20 डिग्री तक जा चुका है। स्कर्दू और गिलगित के बीच मुख्य हाईवे भी भारी बर्फबारी के चलते बंद करना पड़ा है।यह इलाके का प्रमुख व्यावसायिक मार्ग भी है। 13600 फीट की ऊंचाई पर स्थित बाल्टिस्तान के प्रमुख पर्यटन स्थल बाबूसार टॉप में इन दिनों वीरानी छाई है। यहां पहुंचने के सभी रास्ते भी भारी बर्फबारी के चलते 4 महीने के लिए बंद करना पड़ा है। हालांकि काराकोरम हाईवे अभी भी खुला है। बाबूसार के बाशिंदे खान मोहम्मद दैनिक भास्कर को बताते हैं कि हमारा ज्यादातर वक्त घर की छत से बर्फ हटाने में ही गुजर रहा है। कई बार इनकी वजह से घर गिर जाते हैं। यहां न बिजली है और न ही पर्याप्त घरेलू गैस उपलब्ध है। इसलिए हम बाकी पहाड़ी इलाकों की तरह लकड़ी पर निर्भर हैं।