कोरोना के साथ किसान आंदोलन का असर:हरियाणा के CM खट्टर ने पानीपत के तय कार्यक्रम को छोड़कर पंचकूला में फहराया तिरंगारोहतक के कार्यक्रम में आम जनता को नहीं मिला प्रवेश
देशभर के साथ हरियाणा में गणतंत्र दिवस समारोहों की धूम है। हरियाणा में गणतंत्र दिवस महोत्सव पर कोरोना के साथ-साथ किसान आंदोलन का असर साफ दिखाई दिया। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का पानीपत में ध्व्जारोहण का कार्यक्रम तय था, किसानों के हंगामे की आशंका के चलते उनका कार्यक्रम बदलकर पंचकूला में कर दिया गया। हालांकि, किसान संगठनों ने गणतंत्र दिवस के कार्यक्रम में खलल डालने से मना कर दिया था।
चंडीगढ़ में राजभवन पर राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया। समारोह के मद्देनजर सुरक्षा के बेहद कड़े इंतजाम किए गए हैं। समारोह स्थलों और इसके आसपास पुलिस के जवान तैनात हैं।
यमुनानगर में राज्य के बिजली एवं जेल मंत्री रणजीत सिंह चौटाला ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया और परेड की सलामी ली। समारोह स्थल के चारों तरफ भारी पुलिस बल तैनात है और बिना चेकिंग के किसी भी वाहन की एंट्री नहीं दी जा रही है।करनाल में जिला स्तरीय गणतंत्र दिवस समारोह में राज्य के सहकारिता मंत्री डॉ. बनवारी लाल ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया। एनडीआरआइ परिसर में आयोजित गणतंत्र दिवस समारोह में उन्हाेंने परेड की सलामी ली। इस दौरान मेयर रेणु बाला गुप्ता, मुख्यमंत्री के विधानसभा प्रतिनिधि संजय बठला सहित पुलिस प्रशासन के प्रमुख अधिकारी भी उपस्थित रहे।
रोहतक में पहले कृषि मंत्री जेपी दलाल का कार्यक्रम था लेकिन सोमवार को जिला प्रशासन की तरफ से सूचना दी गई कि कृषि मंत्री रोहतक में ध्वजारोहण नहीं करेंगे। अब जिला उपायुक्त कैप्टन मनोज कुमार राष्ट्रीय पर्व पर ध्वजारोहण किया।आम जनता को नहीं मिला प्रवेश
रोहतक में किसान आंदोलन को देखते हुए समारोह स्थल पर आम जनता का प्रवेश बंद किया गया है । केवल समारोह में प्रस्तुति देने वाले स्कूली छात्र-छात्राएं, सरकारी कर्मचारी व जिन्हें सम्मानित किया जाना है, उन्हीं लोगों को समारोहस्थल पर जाने की अनुमति है। मुख्य गेट पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।