शिक्षकों के लिए म्यूचुअल ट्रांसफर की नीति बनेगीशिक्षक मनचाहे जिले में ले सकेंगे ट्रांसफर
शिक्षा मंत्री जल्द ही पूरा ड्राफ्ट सीएम के सामने रखेंगे
हरियाणा के स्कूली शिक्षकों के लिए म्यूचुअल ट्रांसफर की पॉलिसी बनाने की योजना है। इसके लिए सिर्फ एक बार ही मौका मिलेगा, लेकिन इससे बड़ी संख्या में शिक्षकों को मनचाहा जिला मिल सकेगा। फिलहाल प्रदेश में शिक्षकों के ऑनलाइन ट्रांसफर होते हैं और म्यूचुअल ट्रांसफर की अनुमति मौजूदा नीति नहीं देती। शिक्षा मंत्री जल्द ही पूरा ड्राफ्ट सीएम के सामने रखेंगे। इस नए निर्णय पर वे शिक्षा विभाग के आला अफसरों के साथ भी बैठक करेंगे।
अहम बात यह है कि यदि यह योजना सिरे चढ़ती है तो इसका फायदा जेबीटी, टीजीटी और पीजीटी शिक्षकों को भी मिल सकेगा। गौरतलब है कि प्रदेश में काफी में ऐसे जेबीटी हैं, जो अपने गृह जिलों या साथ लगते जिलों में लौटना चाहते हैं।
शिक्षा मंत्री कंवरपाल ने कहा कि जेबीटी, टीजीटी और पीजीटी शिक्षकों के लिए म्यूचुअल ट्रांसफर के लिए मौका देने की योजना है। इसके लिए व्यापक योजना पर काम चल रहा है। इस बारे में मैं जल्द ही मुख्यमंत्री से मुलाकात करके चर्चा करूंगा। हालांकि, हमारी मौजूदा नीति इसकी इजाजत नहीं देती, लेकिन कोई फार्मूला निकाला जाएगा। पहली फरवरी से छठी से आठवीं तक की कक्षाएं लगाई जाएंगी। यूनिफार्म में छूट देने को लेकर भी चर्चा कर रहे हैं।
दो माह यूनिफार्म से मिल सकती छूट
प्रदेश सरकार पहली फरवरी से छठी से आठवीं तक के विद्यार्थियों को भी स्कूल में बुलाने का निर्णय ले चुकी है। संभावना जताई जा रही है कि 15 फरवरी के बाद पहली से पांचवीं तक के स्कूल खाेले जा सकते हैं। प्राइवेट स्कूलों में पढ़ रहे बच्चों के अभिभावकों को इस फैसले के बाद सबसे बड़ा डर यह है कि अब उन्हें दो माह के लिए स्कूल की यूनिफार्म खरीदनी होगी। शिक्षा मंत्री ने संकेत दिए हैं कि सरकार दो महीने के लिए प्राइवेट स्कूलों के विद्यार्थियों को स्कूल यूनिफार्म में छूट दे सकती है।