ढाेल बजाए, फूल बरसाए और तिलक लगाकर किया रवाना, 11 हजार ट्रैक्टरों में हजारों किसान गए दिल्लीदिल्ली बठिंडा हाईवे पर मुंढाल के चौराहे से 24 घंटे में गुजरे 30 हजार ट्रैक्टर
ट्रैक्टर परेड निकालने के लिए जिले में तीन रूटों से रविवार को करीब 11 हजार ट्रैक्टरों पर सवार हजारों किसान दिल्ली के लिए रवाना हुए। गांव की महिलाओं ने किसानों को तिलक लगाकर व ट्रैक्टरों के टायरों पर पानी डालकर पूरे रीति-रिवाज से दिल्ली के लिए रवाना किया। सोमवार को भी जिले से ट्रैक्टरों के जत्थे दिल्ली कूच करेंगे और अनुमान है करीब चार हजार ट्रैक्टर रवाना होंगे। जिले के करीब दो हजार को-आॅर्डिनेशन कमेटी सदस्य व वॉलंटियर्स ने रूटों पर व्यवस्था बनाए रखी। सोमवार को दिल्ली परेड के लिए युवा व महिलाएं करीब दो हजार बाइक व गाड़ियों के काफिले के साथ दिल्ली के लिए रवाना होंगे।
तीन रूटों से निकले किसानों के ट्रैक्टर जत्थों का भारतीय किसान यूनियन, अखिल भारतीय किसान यूनियन, भारतीय किसान सभा व खापें प्रतिनिधित्व कर रही हैं। कार्यक्रम को रंगारंग रखने के लिए ट्रैक्टरों पर देश भक्ति व किसानों की जीत भरे म्यूजिक के अलावा महिलाओं के देहाती गीतों ने भी माहौल को क्रांतिकारी बनाए रखा। ट्रैक्टरों पर तिरंगे के साथ किसान का झंडा भी लगाया गया है। आंदोलन के लिए जिले भर से जाने वाले ट्रैक्टर और किसानों की परेड लोगों के आकर्षण का केंद्र भी बनी रही।
किसानों के काफिलों को देखने के लिए लोग गलियों व सड़कों पर उमड़े हुए थे। किसान अपने साथ दस दिन तक रहने के लिए भोजन सामग्री व अन्य जरूरी वस्तुएं लेकर चले। नेशनल हाइवे नंबर 9 पर मुंढाल के मुख्य चौराहे से पिछले 24 घंटों के दौरान करीब 30 हजार ट्रैक्टरों में सवार किसान दिल्ली की ओर गए हैं। किसानों की दिल्ली की ओर बढ़ती संख्या को देख अनुमान लगाया जा रहा है कि सोमवार को दिल्ली से मुंढाल तक ट्रैक्टरों की लंबी कतार मिलेगी।
जिले में इन रूटों से रवाना हुए किसानों के जत्थे
गांव पपोसा, जमालपुर, बवानी खेड़ा, बड़सी, अलखपुरा, दुर्जनपुर, जीताखेड़ी, कुंगड़, सिवाड़ा, पुर, भैणी जाटाना, भैणी ठाकरान व तालु के किसानों का जत्था मुंढाल में इकट्ठा होकर एक साथ दिल्ली की ओर बढ़ा है।
मिताथल, धनाना, तिगड़ाना, घुसकानी, प्रेमनगर, बड़ेसरा, चांग, मंढाना, जाटू लोहारी व बडेसरा गांव के किसानों का जत्था सिसर होते हुए महम से एक साथ दिल्ली के लिए आगे बढ़े हैं।
संडवा, मिरान, आलमपुर, इशरवाल, हसांन, खरकड़ी माखवान, खरकड़ी सोहान, तोशाम, थिलोड़, पटोदी, मंढाण निमड़ीवाली, गोलागढ़, दिनोद, बापोड़ा, लोहानी, अजीतपुर, ढाणा लाडनपुर, ढाणा नरसान, मानहेरू, कितलाना, गौरी पुर, छपार, बिरही, भिवानी, बामला व कलिंगा गांव के किसान खरक में एकजुट होकर दिल्ली के लिए रवाना हुए।
फरटिया भीमा, फरटिया ताल, फरटिया केहर, झुप्पा व बारवास गांव के किसान लोहारू में एक जुट होकर दादरी होते हुए रवाना हुए।
अनुमान से ज्यादा किसानों ने किया दिल्ली का रुख
भाकियू के युवा प्रदेश अध्यक्ष रवि आजाद व जिला प्रधान राकेश आर्य ने बताया कि भिवानी जिले के तीन रूटों से होते हुए रविवार को करीब 11 हजार ट्रैक्टरों का काफिला देर रात रोहतक की सीमा पार कर गया है। अनुमान से ज्यादा किसान दिल्ली में किसानों की परेड को ऐतिहासिक बनाने के लिए निकले हैं। उन्होंने कहा कि साेमवार को भी ट्रैक्टर, बाइक व गाड़ियों का काफिला जिले भर से रवाना होगा।
इन गांवों से ट्रैक्टरों की संख्या रही अधिक
ट्रैक्टर परेड के लिए जिले के गांव कुंगड़ से 122 ट्रैक्टरों का जत्था निकला है। तो गांव मिताथल से 150 ट्रैक्टर जाटू खाप 84 की अध्यक्षता में दिल्ली के लिए रवाना हुई है। गांव फरटिया से भोजन सामग्री से भरी लगभग 100 ट्रैक्टर ट्रॉली दिल्ली के लिए रवाना हुई। गांव गोलागढ़, पपोसा, नांगल व बड़सी से 50-50 ट्रैक्टरों का काफिला दिल्ली के लिए निकला।
बड़सी से निकली तिरंगा यात्रा
गांव बड़सी से मनीराम, शक्ती, अशोक, मोनू, सोनू आदि युवा दौड़ते हुए हाथ में तिरंगा लेकर दिल्ली के लिए रवाना हुए हैं। इन युवाओं ने टिकरी बॉर्डर पर पांच घंटे में पहुंचने का लक्ष्य रखा है। इतना ही नहीं ये युवा वहां से दिल्ली बॉर्डर के चौतरफा बॉडरों पर तक तक हाथ में तिरंगा लेकर दौड़ते रहेंगे जब तक सरकार तीनों कृषि कानूनों को वापिस लेकर एमएसपी पर कानून नहीं बनाती।
मुंढाल चौक पर दिनभर रहा जाम
पंजाब, सिरसा, फतेहाबद, हिसार, जींद व भिवानी के बवानी खेड़ा ब्लॉक के किसान मुंढाल होते हुए निकले हैं। मुंढाल के मुख्य चौक पर दिन भर जाम की स्थिति बनी रही, जिसे किसान संगठनों द्वारा बनाए गए वॉलंटियर्स ने कड़ी मशक्कत से ट्रैक्टरों सहित निजी वाहनों को निकाला है। सुबह व शाम के समय मुंढाल के जींद भिवानी रोड़ पर तीन किलोमीटर लंबी ट्रैक्टरों की कतारें लग गई थी। भिवानी के बड़े कस्बों सहित किसी भी चौक चौराहों पर पुलिस की व्यवस्था नहीं दिखी।
35 हजार किसानों ने छका मुंढाल में लंगर
मुंढाल में किसानों के रात्रि ठहराव से लेकर खानपान की पूरी व्यवस्था कर रख है। सुरेन्द्र पंघाल सिसर, रोशन सिंधु, राजपाल शर्मा, अमित सिंधु, अजय मोर, कालू मोर दीप मोर सोनू मोर, दीपेन दीपक ढुल, अशोक हलवाई, सिल्लू हलवाई सहित आसपास के गांवों की युवाओं की टोली लंगर में सेवाएं कर रही हैं। देर रात तक मुंढाल में पीछे से आने वाले जत्थों से 35 हजार किसानों ने लंगर छका है।