सरकारों में भरोसे पर रिसर्च:भारत में 79% लोगों को सरकार-संस्थानों पर भरोसा, चीन में विश्वास सबसे ज्यादा घटाअमेरिका के नए राष्ट्रपति जो बाइडेन के सामने कोरोना के अलावा कई चुनौतियां हैं। सबसे बड़ी चुनौती कैपिटल हिल हिंसा के बाद लोगों का भरोसा जीतने की है, क्योंकि वहां 10 में से सिर्फ 4 लोगों को सरकार या संस्थानों पर भरोसा है। यह खुलासा एडलमैन रिसर्च की 2021 की ट्रस्ट बैरोमीटर रिपोर्ट में हुआ है।
रिपोर्ट के मुताबिक भारत में 79% लोगों ने सरकार पर भरोसा जताया और 28 देशों में दूसरे नंबर पर रहा। हालांकि यह पिछले साल से 2% कम है। चीन 82% के साथ अव्वल है, लेकिन भरोसा सबसे ज्यादा 8% घटा है। सरकारों पर भरोसे में सबसे ज्यादा इजाफा ऑस्ट्रेलिया, फ्रांस और जर्मनी में हुआ है।ऑस्ट्रेलिया में सबसे ज्यादा 17% इजाफा, दुनिया में बिजनेस और मीडिया पर भरोसा बढ़ा
दक्षिण कोरिया, फ्रांस, ब्रिटेन, जापान, और अमेरिका भी टॉप-10 में शामिल।
ऑस्ट्रेलिया के बाद फ्रांस, जर्मनी, कनाडा, ब्रिटेन में भी भरोसा बढ़ा।
एनजीओ के प्रति विचार बदले, भरोसे में साल भर में मामूली कमी। मीडिया की स्थिति में भी सुधार।
महामारी और बेरोजगारी की वजह से चीन और अमेरिका में नाराजगी बढ़ी
महामारी को लेकर लापरवाही और बेरोजगारी से भी सरकारों पर भरोसा घटा है। अमेरिका और चीन को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। अमेरिका में चुनाव के बाद 5%, जबकि चीन में मई 2020 के बाद 18% कमी आई है। वहां हालात आर्थिक मंदी जैसे हो गए हैं। अन्य 26 देशों में मिला-जुला असर रहा।नेताओं पर भरोसा घटा, वैज्ञानिकों पर बढ़ा
महामारी, गरीबी और बेरोजगारी के दौर में राजनेताओं, धार्मिक नेताओं पर भरोसा घटा है। लोगों ने सबसे ज्यादा भरोसा वैज्ञानिकों और पड़ोसियों या स्थानीय समुदाय पर जताया है।
स्वास्थ्य, शिक्षा में सुधार, फेक न्यूज से निपटने को भी अहमियत
महामारी से पहले सिर्फ 8% लोगों ने स्वास्थ्य, शिक्षा को अहम बताया था। अब 70% ने इन्हें प्राथमिकता बताया है। 10 में से 6 लोगों ने फेक न्यूज से निपटना जरूरी बताया है।