माउंट एवरेस्ट पर -450 तापमान में नेशनल एंथम गाने पर मनीषा का नाम वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्जप्रशासन ने बनाया जिले की ब्रांड एंबेसडर, गणतंत्र दिवस पर किया जाएगा सम्मानित
दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट फतेह करने वाली फतेहाबाद के गांव बनावली की बेटी मनीषा पायल का नाम अब वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड में भी दर्ज हो गया है। एवरेस्ट विजेता मनीषा पायल का नाम विश्व रिकार्ड का संकलन करने वाली वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड ने दुनिया की सबसे ऊंची चोटी पर माइनस 45 डिग्री तापमान में अपने देश का राष्ट्रगान गाने वाली दुनिया की पहली महिला के तौर पर दर्ज किया है।
इसके साथ ही अपने राष्ट्रीय ध्वज के साथ अपने देश के पीएम के चित्र वाला झंडा फहराने के मामले में भी मनीषा पायल दुनिया की पहली महिला पर्वतारोही बन गई है। मनीषा ने मई 2019 में एवरेस्ट की चढ़ाई की थी। उसके बाद से वर्ल्ड बुक ऑफ रिकार्ड में नाम दर्ज करने को लेकर प्रक्रिया चल रही थी। डीसी नरहरि सिंह बांगड़ ने अपने लघु सचिवालय स्थित कार्यालय में मनीषा पायल को इस उपलब्धि के लिए बधाई देते हुए उसे विश्व रिकार्ड का प्रमाण पत्र भेंट किया। साथ ही उन्होंने मनीषा पायल को जिला फतेहाबाद में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान की जिला ब्रांड एंबेसडर बनाने की घोषणा भी की।
प्रशासन गणतंत्र दिवस समारोह में भी मनीषा पायल को सम्मानित करेगा।
इस अवसर पर जिंदगी संस्था के अध्यक्ष हरदीप सिंह, समाजसेवी बलजीत सिंह व मनीषा पायल के अभिभावक भी उपस्थित रहे। गौरतलब है कि क्षेत्र के गांव बनावली निवासी महेंद्र पायल की पुत्री मनीषा पायल ने 22 मई 2019 को एवरेस्ट फतेह किया था। उस समय वह करीब 20 मिनट तक एवरेस्ट पर रही थी। इस दौरान दुनिया की सबसे ऊंची चोटी पर राष्ट्रीय गान गाते हुए मनीषा ने अपने दस्ताने निकाल दिए थे, जिससे उसके हाथ की दो उंगलियां क्षतिग्रस्त हो गई थी।
इतना ही नहीं मनीषा ने यह मुकाम हासिल करने में अपनी जिंदगी तक को दांव पर लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ी और करीब 3 माह अस्पताल में इलाज करवाने के उपरांत वह अपने परिवार के बीच सकुशल लौट सकी थी। डीसी नरहरि सिंह बांगड़ ने कहा कि फतेहाबाद को मनीषा जैसी होनहार बेटियों पर नाज है, क्योंकि इस तरह की प्रतिभावान बेटियां ही दुनिया भर में हमें गर्व महसूस करने का अवसर प्रदान कर रही हैं। जिला प्रशासन मनीषा पायल को सम्मान देने व अपनी प्रतिभा को और निखारने में हरसंभव सहायता करेगा।