जाते-जाते ट्रम्प की गुस्ताखी:व्हाइट हाउस के गेटकीपर को नौकरी से निकाल गए ट्रम्प; बाइडेन पहुंचे तो दरवाजा बंद मिला, करना पड़ा इंतजारअमेरिका के राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के बाद जो बाइडेन पत्नी जिल के साथ व्हाइट हाउस पहुंचे थे। नॉर्थ पार्टिको की सीढ़ियां चढ़कर उन्होंने हाथ हिलाकर प्रशंसकों को धन्यवाद दिया। जैसे ही वे अंदर जाने के लिए मुड़े, उनका सामना बंद दरवाजे से हुआ। तब तक राष्ट्रपति का परिवार भी सीढ़ियां चढ़ चुका था, लेकिन दरवाजा नहीं खुला।
महाशक्ति के नए मुखिया इंतजार करते रहे। कुछ पल अजीब स्थिति बनी रही। जो और जिल एक-दूसरे की तरफ देखते रहे। आखिर 10 सेकंड बाद अंदर से दरवाजा खोल दिया गया। पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश के व्हाइट हाउस सोशल सेक्रेटरी रह चुके ली बेरमैन कहते हैं, ‘यह प्रोटोकॉल का उल्लंघन है।’
ट्रम्प ने पांच घंटे पहले चीफ अशर को हटा दिया था
यह उल्लंघन छोटा है, लेकिन उत्सुकता जगाता है कि आखिर इलेक्शन डे और इनॉगरेशन डे के बीच ढाई महीने में व्हाइट हाउस में ऐसा क्या हुआ। इसके कई कारण हैं। सबसे मजबूत कारण यह है कि बाइडेन के स्वागत के लिए व्हाइट हाउस में कोई चीफ अशर (मुख्य द्वारपाल या गेट कीपर) नहीं था। बाइडेन के पहुंचने से पांच घंटे पहले ही उसे हटा दिया गया था।
ट्रम्प की होटल के कर्मचारी रह चुके थे चीफ अशर
चीफ अशर ही व्हाइट हाउस का प्रबंधन करता है। टिमोथी हार्लेथ ट्रम्प के मुख्य द्वारपाल थे। वे ट्रम्प इंटरनेशनल होटल के रूम मैनेजर थे और 2017 में मेलानिया ने यह नियुक्ति की थी। शपथ के दिन सुबह 11.30 बजे टिमोथी को बताया गया कि उनकी सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं। बताया जा रहा है कि हार्लेथ ने नवंबर में ही व्हाइट हाउस की ब्रीफिंग बुक बाइडेन की ट्रांजिशन टीम को भेज दी थी। संभवत: ट्रम्प इससे खफा हो गए थे।
मेलानिया ने चीफ अशर की नियुक्ति का बचाव किया था
यह बात भी सामने आ रही है कि बाइडेन की काउंसिल ने व्हाइट हाउस को बताया था कि बाइडेन अपना मुख्य द्वारपाल लाएंगे। हालांकि, इसकी किसी ने पुष्टि नहीं की। हार्लेथ व्हाहट हाउस में निजी मामले और घरेलू बजट आदि देखते थे। उस समय मेलानिया ने तर्क दिया था कि प्रभावशाली काम और प्रबंधन कौशल के चलते हार्लेथ को रखा गया है।
उनकी तनख्वाह 2 लाख डॉलर (करीब 1.48 करोड़ रुपए) थी। यह पद राजनीति से जुड़ा नहीं है, लेकिन होटल कर्मचारी को व्हाइट हाउस लाकर मेलानिया ने पक्षपात किया था। पूर्व मुख्य द्वारपाल कहते हैं कि यदि राष्ट्रपति जल्दी उठने और देर तक जागने वाला हो तो मुख्य द्वारपाल को लंबी ड्यूटी करनी होती है। ट्रम्प दोनों ही थे। हालांकि बाइडेन सुबह जल्दी नहीं उठते।