फ्रांस के इंजीनियरों का बाइक सवारों के लिए इनोवेशन:दोपहिया सवार गिरा तो जींस और जैकेट ही बन जाएंगे एयरबैगदेश में हादसों में 37% मौतें बाइक चालकों की, इन्हें कार की तरह सुरक्षा देगा नया अविष्कार
क्रैश टेस्ट से गुजर रही एयरबैग जींस, अगले साल पहन सकेंगे
बिना सुरक्षा कवच दोपहिया वाहन पर संतुलन बनाना कार चलाने के मुकाबले अधिक खतरनाक है। आंकड़े भी इसकी पुष्टि करते हैं। देश के सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के मुताबिक, भारत में वर्ष 2019 में हर घंटे छह दोपहिया सवारों की मौत हुई है। वहीं सड़क दुर्घटनाओं से होने वाली मौतों में दोपहिया सवारों की हिस्सेदारी 37 प्रतिशत है।
ऐसे में फ्रांस के इंजीनियर मोसेस शाहरिवार की एयरबैग जींस दोपहिया चालकों के लिए उम्मीद की किरण जगाती है। उन्होंने ऐसी सुपर-स्ट्रॉन्ग जींस बनाई है, जो एयरबैग से लैस है। चालक इस जींस को पहनकर वाहन चलाता है, तो गिरने की स्थिति में एयरबैग कम्प्रेस्ड एयर से भर जाएंगे। इससे गिरने पर शरीर को कम से कम झटका लगता है।
एयरबैग इस तरह बनाए गए हैं कि दोबारा इस्तेमाल किए जा सकते हैं। इन्हें गैस से भरकर दोबारा पहना जा सकता है। एयरबैग जींस को यूरोपीय यूनियन के हेल्थ एंड सेफ्टी स्टैंडर्ड से सर्टिफाइड कराने की प्रक्रिया चल रही है। कई क्रैश टेस्ट किए जा रहे हैं। उम्मीद है कि 2022 तक यह बाजार में आ जाएगी।
शाहरिवार के मुताबिक यह पहली बार है जब शरीर के निचले हिस्से के लिए ऐसी सुरक्षा मिल सकेगी। वहीं ऊपरी हिस्से के लिए भी एयरबैग जैकेट भी जल्द बाजार में लाने की तैयारी है। एक अन्य कंपनी ऑटोनॉमस इलेक्ट्रॉनिक ने ऐसे एयरबैग विकसित किए हैं, जिनमें लगे हाइटेक सेंसर गिरने की स्थिति में सक्रिय होकर एयरबैग को खोल देंगे।
एक अन्य फ्रेंच फर्म इनएंडमोशन ने जीपीएस, जाइरोस्कोप और एक्सीलेरोमीटर से ‘ब्रेन’ बनाया है। स्मार्टफोन से कुछ बड़ा यह बॉक्स पीठ पर पहना जाता है। इसका सेंसर रियल टाइम में बाइक सवार की पोजिशन प्रति सेकंड 1000 बार मापता है। यूके की लाफबरो यूनिवर्सिटी के सीनियर लेक्चरर रिचर्ड फ्राम्पटन के मुताबिक, मोटरसाइकिल एयरबैग कार के एयरबैग की तरह बाइक सवार को बचाते हैं। ये एक क्रांति साबित होंगे।